
अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस पर बागेश्वर के लीती गांव में भव्य समारोह
माउन्टेन पार्टनरशिप की 15वीं वर्षगांठ पर चिनार संस्था द्वारा उत्तराखण्ड पर्यटन के सहयोग से अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस 11 दिसंबर के अवसर पर बागेश्वर के लीती गाँव में भव्य समारोह आयोजित यह आयोजन किया गया। इसका आयोजन का मुख्य उद्देश्य पूरे विश्व में पर्वतीय समुदायों के जीवन में सुधार लाना व पर्वतीय पर्यावरण का संरक्षण करना है। इस मौके पर कैंपिंग, माउंटेन बाइकिंग सहित छोलिया नृत्य व स्थानीय हस्तशिल्पों की आकर्षक प्रदर्शनी भी लगी। नामिक ग्लेशियर ट्रैक को वर्ष 2018 हेतु ट्रैक आॅफ द इयर भी चुना गया ताकि इस क्षेत्र का पर्यटन में विकास हो सके।
पारम्परिक पहचान रही आकर्षण का मुख्य केंद्र
उत्तराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्रों की सांस्कृतिक व पारिस्थितिक विविधता ,सांस्कृतिक कार्यक्रम हस्तशिल्प(ऊनी व बांस)कृषि उत्पाद, पर्वतीय व्यंजन , पारम्परिक नृत्य मेले का मुख्य आकर्षण रहे। कार्यक्रम में पर्यटन विकास द्वारा माउन्टेन बाइकिंग, जिप लार्इन, बर्ड वाचिंग गतिविधियों का प्रदर्शन भी किया गया।
पर्यावरण सहित जैव विविधता और संस्कृति को हमें पर्यटन से जोड़ना होगा: कोश्यारी
इस मौके पर सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री एवं नैनीताल से सांसद भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि पर्यावरण सहित जैव विविधता और संस्कृति को हमें पर्यटन से जोड़ना होगा तभी क्षेत्र का तेजी से विकास होगा। इसके लिए उत्तराखंड सरकार ने राज्य में “होम स्टे”योजना शुरू की है, अभी करीब 108 होम स्टे चल रहे हैं, जो कि काफी सराहनीय है। इस मौके पर उत्तराखंड पर्यटन विभाग की सयुंक्त निदेशक पूनम चंद ने कहा कि पर्यटकों को कैसे इन क्षेत्रों में बुलाएं इसके लिए पूरे भारत में प्रचार प्रसार भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 13 दिसंबर से लीती गांव के बीस प्रतिभागियों को बिंसर में सात दिन तक की होम स्टे की ट्रैनिंग सरकार द्वारा दिलाई जाएगी।
मेले में विभिन्न क्षेत्रों से आई टीमों का छोलिया नृत्य के साथ ही झोड़ा—चांचरी की भी प्रतियोगिता कराई गई। इस मौके पर एवरेस्ट विजेता पूजा मेहरा को भी सम्मानित किया गया।