
ईवीएम मशीन को दोष देना बंद करो : टीएस कृष्णमूर्ति
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएस कृष्णमूर्ति ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंन मशीन (ईवीएम) पर संदेह करने वालों को गलत बताया है। गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद उन्होंने कहा कि वे ईवीएम के ‘असली विजेता’ होने की बात से सहमत हैं। टीएस कृष्णमूर्ति ने आगे कहा, ‘उन्होंने (ईवीएम) ठीक से काम किया। कांग्रेस की (पिछले चुनाव के मुकाबले) स्थिति मजबूत रही। भाजपा के नेता भी हारे.’ वहीं, इस सवाल पर कि क्या अब ईवीएम कोसना बंद कर देना चाहिए, पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, ‘बिल्कुल, ये होना चाहिए। अगर किसी को ईवीएम से शिकायत है तो उसे अदालत में अपनी बात साबित करनी चाहिए।
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएस कृष्णमूर्ति ने इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन पर हमला करने के मामले में कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियों को दोषी ठहराया. उन्होंने कहा कि भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ईवीएम की आलोचना करते हुए किताब भी लिख चुके हैं। टीएस कृष्णमूर्ति ने कहा कि हर बार चुनाव के समय ईवीएम पर हमला करना गलत है।गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने ब्लूटूथ के जरिए ईवीएम के मोबाइल से कनेक्ट होने शिकायत की थी, जिसे चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया था. उधर, पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने भी ईवीएम के साथ छेड़छाड़ किए जाने का शक जताया था।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस से सत्ता छीन ली है। पार्टी ने राज्य की 60 फीसदी से ज्यादा सीटें अपने नाम कर ली हैं। अभी तक प्राप्त खबर के अनुसार भाजपा राज्य की 68 सीटों में से 43 पर जीत दर्ज करती हुए दिख रही है। लेकिन पार्टी के लिए यह परिणाम मिला-जुला साबित हुआ है, क्योंकि राज्य में भाजपा के मुख्यमंत्री पद का चेहरा रहे प्रेम कुमार धूमल सहित कई प्रमुख नेता अपना-अपना चुनाव हार गए हैं।प्रेम कुमार धूमल को हमीरपुर जिले की सुजानपुर सीट पर अपने राजनीतिक शिष्य और कांग्रेस उम्मीदवार राजिन्दर सिंह राणा से मात खानी पड़ी है। उनकी इस हार के साथ ही राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इसे लेकर असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। वहीं धूमल के राजनीतिक भविष्य को लेकर भी अटकलें लगाई जाने लगी हैं। भाजपा के लिए खुशियों के बीच चिंता का कारण ये भी रहा है कि उसके प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती अपनी उना सीट बचा पाने में नाकामयाब रहे। उनके अलावा पालमपुर सीट से पार्टी की दिग्गज नेता इंदु गोस्वामी भी चुनाव हार गई हैं। प्रेम कुमार धूमल के समधी और भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर के ससुर गुलाब सिंह ठाकुर को भी हार का मुंह देखना पड़ा है।