उत्तराखंड बोर्ड में जल्द लगेंगी एनसीईआरटी की पुस्तकें
राज्य में बेहाल हो चुकी शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सूबे के शिक्षा मंत्री लगातार कोशिश कर रहे है। शिक्षा मंत्री के आदेश पर उत्तराखंड में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए उत्तराखंड एजुकेशन बोर्ड द्वारा फैसला लिया गया है कि अगले सत्र से एजुकेशन बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूलों में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) पर आधारित सिलेबस होगा। इन स्कूल मेंं अब एनसीआरटी की पुस्तकें पढाई जाएंगी और परीक्षा प्रणाली में भी बदलाव किया जाएगा, इसको लेकर एनसीईआरटी, एससीईआरटी और सीबीएससी के अधिकारियो के साथ बैठक भी हो चुकी है, जिसमें एक प्रस्ताव भी तैयार हो चुका है, सरकार से मंजूरी मिलने के बाद किताबों को बदल दिया जाएगा। किताबों को बदलने के लिए तर्क दिया गया कि एनसीईआरटी की किताबों को पूरे देश में सबसे बेहतर आंका जाता है। अधिकारियों का मानना है कि एनसीईआरटी की किताबें पढ़ाने से शिक्षा में गुणवत्ता और एकरूपता आएगी।
एजुकेशन बोर्ड द्वारा ये निर्णय इसलिए लिया गया है ताकि सूबे के छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने में आसानी हो सके. साथ ही यदि कोई छात्र पढाई के दौरान किसी अन्य राज्य में जाए तो उसे परेशानी ना हो। दरअसल एनसीईआरटी पैटर्न पर चलने वाले स्कूल देश के सभी राज्यों में फैले हुए हैं। एनसीईआरटी पैटर्न लागू हो जाने के बाद लम्बी अवधि तक चलने वाली परीक्षाएँ जल्दी ख़त्म होगी और परीक्षा परिणाम घोषित करने में भी समय कम लगेगा।