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उत्तराखंड में पर्यटन या दुविधा, 87 बसों के बावजूद अव्यवस्था….चारधाम यात्रा बनी निगम की मुसीबत
उत्तराखंड में पर्यटन सीजन का आगमन प्रदेश की राजधानी में दुविधाओं का सबब बनने लगा है। प्रदेश में चारधाम यात्रा संचालित है तो वहीं मौसम में भी अभी तपीश बरकरार है लिहाजा पहाड़ों की रानी कहे जाने वाली मसूरी में सैलानियों का तांता लगा हुआ है।मसूरी जाने वाली बसें जाम में फंस रही हैं जिससे स्थिति और भी खराब हो गई है। परिवहन निगम अतिरिक्त बसों की व्यवस्था करने का प्रयास कर रहा है ताकि यात्रियों को राहत मिल सके।
उत्तराखंड में पर्यटन या दुविधा
उत्तराखंड में पर्यटन सीजन का आगमन प्रदेश की राजधानी में दुविधाओं का सबब बनने लगा है। प्रदेश में चारधाम यात्रा संचालित है तो वहीं मौसम में भी अभी तपीश बरकरार है लिहाजा पहाड़ों की रानी कहे जाने वाली मसूरी में सैलानियों का तांता लगा हुआ है। इसी क्रम में बीते रविवार को मसूरी आ रहे सैलानियों को आवाजाही में खासी परेशानीयों का सामना करना पड़ा, जानकारी के अनुसार सैलानियों को उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों का घंटों-घंटों इंतजार करना पड़ा। तो वहीं पर्वतीय डिपो पर बसों की कमी के चलते सैलानी तीखी धूप और गर्मी में खड़े रहकर बसों के इंतजार के लिए बाध्य रहे। हालांकि निगम प्रबंधन ने बसों के फेरे भी बढ़ाए लेकिन इससे भी कोई खासी राहत मिलती नजर न आ सकी। निगम ने बताया कि देहरादून से जो बसें मसूरी के लिए संचालित करी गई थी, वह जाम में ही फंसी पड़ी रही और मसूरी से राजधानी आने वाली बसें भी तीन से चार घंटे बाद ही दून पंहुची। आपको बता दें कि मंडल प्रबंधक सुरेश चौहान ने पर्वतीय डिपो के एजीएम को मसूरी के लिए पर्याप्त संख्या में बसों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।87 बसों के बावजूद अव्यवस्था
राजधानी से मसूरी के लिए दून-मसूरी मार्ग पर पर्वतीय डिपो की बसें संचालित होती हैं, यूं तो पर्वतीय डिपो में परिवहन निगम की अपनी कुल 87 बसें संचालित हैं लेकिन इनमें से 7 बसें लंबी दूरी वाले मैदानी मार्गों की हैं, वहीं शेष 80 बसें पर्वतीय मार्गों पर संचालित होती हैं। हाल में पर्वतीय डिपों की रोजाना 30 बसें मसूरी मार्ग पर संचालित हो रही हैं, जिनमें से 25 बसें देहरादून-मसूरी जबकि शेष बसें वाया मसूरी होकर दूसरे पर्वतीय क्षेत्रों के लिए संचालित हो रही हैं।चारधाम यात्रा बनी निगम की मुसीबत
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा का सुचारु संचालन करना स्वयं में चुनौतीपूर्ण कार्य है, तो वहीं उत्तराखंड परिवहन निगम ने चारधाम यात्रा को सुचारु संचालित करने के लिए अपनी कुछ बसें यात्रा रुट पर लगाई हुई हैं, यही कारण भी है कि अतिरिक्त बसों की व्यस्था बनाने में भी परिवहन निगम सक्षम नहीं हो पा रहा है। वहीं मैदानी क्षेत्रों में गर्मी ने हाहाकार मचा रखा है जिससे राहत पाने के लिए दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ समेत सहारनपुर, हरियाणा व पंजाब के पर्यटक इन दिनों का रुख कर रहे हैं। वहीं बीते रविवार को भी सैलानी भारी तादात में राजधानी पंहुचे, परंतु बसों की व्यापक संख्या न होने से उन्हे खासी परेशानी हुई। जैसे ही कोई बस अपने अड्डे पर आती तो सैलानियों की भीड़ उस पर टूट पड़ती, तो वहीं टिकट काउंटर भी सैलानियों की भीड़ से पटा रहा।लेखक- शुभम तिवारी (HNN24X7)