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उत्तराखंड स्थित तृतीय केदार श्री तुंगनाथ जी के खुले कपाट, भक्तगण रहे मौजूद
उत्तराखंड के पंचकेदारों में प्रसिद्ध हिमालय क्षेत्र के सबसे ऊंची पर्वत शिखर पर विराजमान तृतीय केदार श्री तुंगनाथ जी के कपाट विधिविधान, पूजा अर्चना, तथा सैकड़ो भक्तों के जयकारों उदघोष के साथ कर्क लग्न 11 बजे मन्दिर के कपाट ग्रीष्मकाल हेतु दर्शनों को खोल दिए गए हैं।
उत्तराखंड स्थित तृतीय केदार श्री तुंगनाथ जी के खुले कपाट
उत्तराखंड के पंचकेदारों में प्रसिद्ध हिमालय क्षेत्र के सबसे ऊंची पर्वत शिखर पर विराजमान तृतीय केदार श्री तुंगनाथ जी के कपाट विधिविधान, पूजा अर्चना, तथा सैकड़ो भक्तों के जयकारों उदघोष के साथ कर्क लग्न 11 बजे मन्दिर के कपाट ग्रीष्मकाल हेतु दर्शनों को खोल दिए गए हैं। बताते चले कि श्री तुंगनाथ भगवान जी की डोली सुबह 8 बजे चोपता से प्रस्थान कर 11 बजे तुंगनाथ धाम मन्दिर पहुँची, यहाँ तुंगनाथ जी की डोली से सबसे पहले मन्दिर की तीन परिक्रमा करते हुए,भक्तों को अपना आशीर्वाद दिया। मुख्य पुजारी लम्बोधर प्रसाद मैठाणी ने कहा कि विश्व की सबसे ऊँचे पर्वत शिखर पर विराजमान तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ जी के कपाट आज शुभ मुहूर्त कर्कलग्न पर 6 महीनों के लिए श्रद्धालुओं के दर्शनों हेतु खुल गए हैं।उन्हें देश दुनिया से आने वाले भक्तों से श्री तुंगनाथ जी के दर्शनों को आने की अपील की है। वहीं अपर निदेशक पर्यटन पूनम चंद्रा ने कहा कि चारधाम के अलावा भी देवभूमि उत्तराखंड में कई भव्य तीर्थ स्थल एंव पर्यटक स्थल है, यहाँ सभी को आना चाहिए, साथ ही यहाँ की सुंदरता,स्वच्छता को भी बनाये रखना है। वहीँ बड़ी संख्या में आये श्रद्धालुओं ने भगवान तुंगनाथ जी के दर्शन कर अपने अनुभव साझा किए।लेखक- शुभम तिवारी (HNN24X7)