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एक साथ उठानी पड़ रही वजन और परेशानियां…किट विहिन हैं भारोत्तोलन के कई खिलाड़ी

38वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड में उपस्थित सभी खेल संघों के अध्यक्ष और सचिव विभिन्न परेशानियों से गुजर रहे हैं, जिसे लेकर उत्तराखंड ओलंपिक संघ के अध्यक्ष महेश सिंह नेगी ने बृहस्पतिवार को सीईओ को पत्र लिखा और कहा कि उत्तराखंड के समस्त खेल संघों के अध्यक्ष और सचिवों को जल्द आवासीय सुविधाएं प्रदान की जाएं।

उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेलों का आगाज हो चुका है, लगभग 18 दिनों तक चलने वाले इन खेलों का शुभारंभ 28 जनवरी को PM मोदी द्वारा हो चुका है, लेकिन कुछ चीजें हैं जिनका निवारण और क्रियान्वय अभी तक नहीं हो पाया है। राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड की ओर से 1,012 खिलाड़ी अपनें जज्बे और आत्मविश्वास के साथ मैदान में उतरे हैं लेकिन सभी खेलों के संघ अध्यक्ष और संघ सचिवों का कहना है कि वे राष्ट्रीय खेलों के आयोजन में विभिन्न परेशानियों से गुजर रहे हैं। उत्तराखंड भारोत्तोलन के अधिकतर खिलाड़ी और कोच वजन के साथ-साथ परेशानियों का भार उठाए भी घूम रहे हैं लिहाजा कहीं न कहीं इसका असर खिलाड़ियों के प्रदर्शन में पड़ना स्वाभाविक है। वहीं स्टेट वेट लिफ्टिंग एसोसिएशन का खेल विभाग के ऊपर आरोप है कि खेल विभाग से समन्वय की कमी के चलते खिलाड़ियों को प्रशिक्षण व पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिल सकी हैं। जबकि खेल शुरु भी हो चुके हैं लेकिन अभी तक खिलाड़ियों को किट नहीं मिली है, यहां तक कि खुद एसोसिएशन के पदाधिकारी और कोच विषम परिस्थितियों के बीच देहरादून में ठहरे हैं। आलम तो यह है कि एसोसिएशन के महासचिव राजीव चौधरी खुद चार हजार रुपये किराए का कमरा लेकर खिलाड़ियों की तैयारी में जुटे हैं, उनके लिए खेल विभाग द्वारा ठहरने के लिए कोई भी इंतजाम नहीं किया गया है।

 

राज्य ओलंपिक संघ ने पत्र लिखा

        38वें राष्ट्रीय खेल में इस प्रकार की असुविधाओं को देखते हुए उत्तराखंड ओलंपिक संघ के अध्यक्ष महेश सिंह नेगी ने बृहस्पतिवार को सीईओ को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होने उत्तराखंड के समस्त खेल संघों के अध्यक्ष और सचिवों को होने वाली आवासीय परेशानियों के बारे में बताया है साथ ही प्रशासन से समस्त खेल संघों के अध्यक्ष और सचिवों को आवासीय सुविधाएं प्रदान करने का अनुरोध भी किया है।      

किट विहिन हैं भारोत्तोलन के कई खिलाड़ी

        उत्तराखंड भारोत्तोलन के अधिकतर खिलाड़ी और कोच वजन के साथ-साथ परेशानियों का भार उठाए भी घूम रहे हैं लिहाजा कहीं न कहीं इसका असर खिलाड़ियों के प्रदर्शन में पड़ना स्वाभाविक है। वहीं स्टेट वेट लिफ्टिंग एसोसिएशन का खेल विभाग के ऊपर आरोप है कि खेल विभाग से समन्वय की कमी के चलते खिलाड़ियों को प्रशिक्षण व पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिल सकी हैं। जबकि खेल शुरु भी हो चुके हैं लेकिन अभी तक खिलाड़ियों को किट नहीं मिली है। एसोसिएशन के महासचिव राजीव चौधरी ने कहा कि इन सभी असुविधाओं के बाद भी हमारी तैयारियों में कोई कमी नहीं है उन्होंने कहा कि बृहस्पतिवार को अलग-अलग भार वर्ग में पुरुष और महिला वर्ग के चार मुकाबलों में उत्तराखंड के खिलाड़ी सातवें या आठवें नंबर रहे हैं। 55 किग्रा भारवर्ग में हमारा प्रदर्शन पिछले राष्ट्रीय खेलों से बेहतर रहा है। उम्मीद है कि आगामी प्रतियोगिता में हमारे सात लड़के और सात लड़कियां बेहतर करेंगे।

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