मध्य प्रदेश में किसान आंदोलन के लगातार छठे दिन भी हिंसा हो रही है। मंदसौर में एक दिन पहले फायरिंग में छह किसानों की मौत हुई थी। इसके बाद गुस्साए किसानों ने बुधवार को जिले के बरखेड़ा पंत में एसपी और कलेक्टर के साथ धक्कामुक्की की। पुलिस के कई जवान जान बचाने के लिए भागकर थाने लौट गए। थाने के बाहर 600 जवान और उतने ही किसान अामने-सामने हो गए। मीडियाकर्मियों से भी मारपीट हुई। जिले में फिलहाल कर्फ्यू है।
किसान जमीन के बदले मुआवजे के लिए कोर्ट जाने का अधिकार देने, फसल पर आए खर्च का डेढ़ गुना दाम देने, किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने, कर्ज माफ करने और दूध खरीदी के दाम बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। इन सब मुद्दों पर आंदोलन 1 जून से शुरू हुआ था। वहीं अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है। मंदसौर और पिपलियामंडी के बीच बही पार्श्वनाथ फोरलेन पर मंगलवार सुबह 11.30 बजे एक हजार से ज्यादा किसान सड़कों पर उतर आए। पहले चक्का जाम करने की कोशिश की। पुलिस ने सख्ती दिखाई तो पथराव शुरू कर दिया। पुलिस किसानों के बीच घिर गई। किसानों का आरोप है कि सीआरपीएफ और पुलिस ने बिना वॉर्निंग दिए फायरिंग शुरू कर दी। इसमें 6 लोगों की मौत हो गई।