कैबिनेट मंत्रियों के समर्थकों के सार्वजनिक रूप से आमने-सामने
हरिद्वार में सियासी वर्चस्व की लड़ाई ने भाजपा नेतृत्व के समक्ष मुश्किलें खड़ी कर दी हैं, दो कैबिनेट मंत्रियों के समर्थकों के सार्वजनिक रूप से आमने-सामने आ जाने से पैदा परिस्थितियों से जहां पार्टी की किरकिरी हो रही है, वहीं अनुशासित पार्टी की छवि को भी इस घटनाक्रम से नुकसान पहुंचा है। पार्टी के बढ़ते तनाव को खत्म करने के लिए हाई कमान को इस मसले पर बीच में आना पड़ा है।
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के समर्थकों और मेयर मनोज गर्ग के बीच विवाद को सुलझाने के लिए पार्टी हाई कमान ने प्रयास तेज कर दिए है। दोनों ही नेताओं के भाजपा से जुड़े होने के चलते पार्टी की फजीहत को रोकने के लिए कोशिश की जा रही है। हालांकि दोनों पक्षों की ओर से मुकदमा दर्ज होने के बाद बात कानून के पाले में खिसक गई है । दोनों कद्दावर नेताओं के विवाद की गूंज देहरादून मुख्यमंत्री आॅफिस तक पहुंची तो पार्टी हाईकमान में दोनों में बीच मामला सुलझाने में लग गया है, इस मामले में सरकार ने दावा किया है कि जल्द इसका पटाक्षेप हो जाएगा, इस पूरे मामले में दोनों पक्षों से सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने बातचीत की, सरकारी प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने इस मामले में कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता समझौता कराने की कवायद कर रहे हैं, दोनों पक्षों के साथ बातचीत की जा रही है, जल्द ही प्रदेश अध्यक्ष दोनों गुटों से बात करेगें। हालांकि जब इस बारे में सतपाल महाराज से बात कि गई तो उन्होंने कहा कि ये घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। इस मामले की जांच चल रही है, इसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है, सतपाल महाराज के इस बयान से एक बात तो साफ है कि वो इस मुद्दे को लेकर मीडिय के आगे कुछ कहना नहीं चाहते हैं।