
खुले आम रसोई गैस सिलेंडरों से छोटे सिलेंडरों में की जा रही है रीफिलिंग
रुद्रपुर में प्रशासन की अनदेखी के कारण इन दिनों खुले आम रसोई गैस सिलेंडरों से छोटे सिलेंडरों में रीफिलिंग की जा रही है। जिससे कभी भी कोई हादसा हो सकता है। यदि प्रशासन की नींद हादसे के बाद खुली तो कुछ जिंदगियां खत्म हो जाएंगी और पछताने के सिवाय कोई चारा नहीं बचेगा, इसलिए प्रशासन का समय रहते जागना बेहद जरूरी है।
रुद्रपुर के ट्रांजिट कैंप, खेड़ा, बंगाली कालोनी सहित अनेक क्षेत्रों में ज्यादा कमाई के लालच में लोग न सिर्फ अपनी जिंदगी दांव पर लगाकर रसोई गैस सिलेंडरों से छोटे सिलेंडरों में खुले आम रीफिलिंग कर रहे हैं, बल्कि उन्हें इस बात का भी भय नहीं है कि यदि कोई हादसा हुआ तो कई बेगुनाह जिंदगियां भी इसकी चपेट में आ सकती हैं। मगर रीफिलिंग करने वालों को इसकी कोई परवाह नहीं है। पहले तो लोग छिप कर गैस की रीफिलिंग करते थे, मगर अब उन्हें कानून का कोई खौफ नहीं है। गैस की काला बाजारी करने के उद्देश्य से यह कारोबारी अब खुले आम सडक़ पर ही गैस सिलेंडरों में रीफिलिंग करते देखे जा सकते हैं। यदि रीफिलिंग करते समय एक आग की चिंगारी भी उड़ कर सिलेंडर तक पहुंच गई तो बड़ा हादसा होने से कोई रोक नहीं सकता। रीफिलिंग का धंधा खुले आम हो रहा हो और किसी कानून के रखवाले की उस पर नजर न पड़े यह बात तो किसी के गले नहीं उतरती, लेकिन न जाने क्यों इस सबको नजरअंदाज किया जा रहा है। न तो पुलिस कर्मियों की नजर इन कालाबाजारियों पर पड़ रही है और न ही प्रशासन के अधिकारियों को इसकी कोई परवाह है। इस मामले में एसडीएम रोहित मीणा का कहना है कि उनके संज्ञान में रसोई गैस सिलेंडर से छोटे सिलेंडरों में रीफिलिंग का मामला आया है। वह शीघ्र ही छापेमारी करके रसोई गैस की काला बाजारी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।