
गौरीकुंड पहुंची भगवान केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव डोली
भगवान केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव डोली शीतकालीन प्रवास ओंकारेश्वर से निकलने के बाद दूसरे रात्रि प्रवास के लिए गौरीकुंड पहुंच गई है। सेना की गढ़वाल रायफल्स बैंड के सुमधुर संगीत के साथ डोली आगमन पर श्रद्धालुओं ने फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया। डोली मंगलवार को हिमालय के लिए रवाना होगी। जिसके बाद तीन मई को भगवान केदारनाथ के कपाट खोल दिये जायेंगे। दरअसल, भगवान केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव डोली शीतकाल के छः माह ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान रहती है और ग्रीष्मकाल के छः माह भगवान केदारनाथ में विराजते हैं और जब भगवान केदार अपने हिमालय धाम में विराजमान होते हैं तो केदार यात्रा का आगाज होता है। रविवार को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव यात्रा ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से निकली थी, जो रात्रि प्रवास के लिए गुप्तकाशी काशी विश्वनाथ होकर फाटा पहुंची। आज सुबह डोली फाटा से निकली और दोपहर में गौरीकुंड स्थित गौरीमाई मंदिर में पहुंच गई है। डोली आगमन पर भक्तों ने जोरदार पुष्प अक्षत से स्वागत किया। केदारनाथ डोली यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह भी देखने को मिल रहा है। मंगलवार को डोली अपने धाम हिमालय के लिए रवाना होगी और तीन मई को भगवान केदार के कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिये जायेंगे।