
जनता दरबार या खानापूर्ति
उत्तराखंड सरकार में शिक्षा मंत्री अरविन्द पाण्डेय ने टिहरी जिला मुख्यालय में जनता दरबार में शिरकत की। जिसमें उनके द्वारा लोगों की समस्याएं सुनी जानी थी लेकिन जनता दरबार में जनता ही नदारद नजर आई, और कार्यक्रम में सिर्फ बीजेपी कार्यकर्ता और अधिकारी ही नजर आये कुछ शिक्षण संस्थानों के बच्चों के साथ ये कार्यक्रम शुरू किया गया और ये कार्यक्रम जनता दरबार कम युवा संवाद ज्यादा नजर आया, क्योंकि जहाँ इस कार्यक्रम में आम जनता ने अपनी समस्याओं को मंत्री के सामने रखना था वही शिक्षण संस्थान के बच्चों की स्पीच तक ही सिमट कर रह गया क्योंकि कार्यक्रम में आम जनता तो नजर ही नहीं आ रही थी ।
स्थानिया लोगों का कहना है कि जनता दरबार तो सिर्फ एक दिखावा किया गया। ना तो लोगों को इसकी जानकारी दी गई और ना ही लोगों को इस कार्यक्रम में बुलाया गया बस एक खाना पूर्ति कर दी गई की जनता दरबार लगाया गया। जिसमे जनता ही ना हो ओ कैसा जनता दरबार। शिक्षा मंत्री ने कहा की उनके द्वारा शिक्षा की बेहतर स्थिति के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है और उनके द्वारा एन० सी० आर० टी० लागू की गई है जो की जनवरी में पूरी तरह लागू हो जायेगी जिसमे प्राइवेट शिक्षण संस्थानों में अभिभावकों को 10 हजार तक की किताबे खरीदनी पड़ती थी। लेकिन एन० सी० आर० टी० लागू होने से वही किताबे एक हजार से भी कम कीमत पर मिल सकेंगी |