जीसैट 19 का सफल प्रक्षेपण – सबसे भारी रॉकेट के साथ
भारत ने आधुनिक संचार उपग्रह जीसैट – 19 को ले जाने वाली सबसे भारी और शक्तिशाली रॉकेट जीएसएलवी एमके 3-डी1 का सफल प्रक्षेपण कर इतिहास में अपना नाम र्दज किया। यह प्रक्षेपण पूरी तरह से सफल है क्योंकि स्वदेश निर्मित क्रायोजेनिक इंजन के साथ तीन चरण वाले जीएसएलवी एमके थ्री के प्रत्येक चरण का प्रदर्शन वैसा ही रहा जैसी योजना बनाई गई थी। जीएसएलवी एमके3-डी1 भूस्थतिक कक्षा में 4000 किलो तक के और पृथ्वी की निचली कक्षा में 10,000 किलो तक के पेलोड (या उपग्रह) ले जाने की क्षमता रखता है। इस एतिहासिक सफलता पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसरो को बधाई दी। इस सफलता के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चेयरमैन एएस किरण कुमार ने कहा ‘यह ऐतिहासिक दिन है’।