नए साल में उत्तराखंड क्रिकेट बोर्ड को बीसीसीआई से मिलेगी मान्यता
पिछले कई दिनों से अपने बयान को लेकर विवादों में चल रहे उत्तराखंड सरकार के खेल मंत्री अरविंद पांडे ने आज सचिवालय में खेल संघ की बैठक की इस बैठक में तमाम खेल से जुड़े संगठन मौजूद रहे। अरविंद पांडे की इस बैठक में सबसे खास बात ये रही कि पहले भी पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। क्योंकि बैठक में हंगामा होने के पूरे आसार थे। अरविंद पांडे ने बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए साफ कर दिया, कि जल्द ही प्रदेश में क्रिकेट एसोसिएशन को मान्यता मिलेगी और वह मंत्री पर रहते हुए इस काम को बखूबी पूरा करेंगे।
क्रिकेट के क्षेत्र में उत्तराखंड का 16 साल का इंतजार अब खत्म होता नजर आ रहा है, सरकार ने इसकों लेकर कवायद तेज कर दी है, सब कुछ सही रहा तो नए साल पर यानी की जनवरी के पहले हफ्ते में उत्तराखंड क्रिकेट बोर्ड को बीसीसीआई से मान्यता मिल जाएगी, अरविंद पांडे ने कहा कि यह उत्तराखंड का दुर्भाग्य है कि एकता बिष्ट और मानसी जैसे खिलाड़ी उत्तराखंड से बहुत निकल रहे हैं लेकिन इसमें उत्तराखंड का नाम कम हो रहा है क्योंकि यहां पर एसोसिएशन नहीं है लिहाजा सबसे पहले वह जल्द ही एसोसिएशन के गठन को लेकर बड़े कदम उठाने जा रहे हैं इसके लिए ही आज बैठक बुलाई गई थी अरविंद पांडे ने उम्मीद जताई है कि सभी संगठन एकजुट होकर जल्द ही कोई निर्णय लेंगे। आज तकरीबन आधा घंटा सचिवालय में खेल संघ पदाधिकारियों के साथ अरविंद पांडे ने बैठक ली बैठक के बाद पांडे ने मीडिया से मुखातिब होकर कहा कि नए साल पर वह जल्द ही प्रदेश को खुशियां देंगे जो प्रदेश अभी खेल जगत में मान्यता नहीं मिलने से अछूता था उसे मैं जल्द ही बीसीसीआई से मान्यता दिलवाऊंगा खासकर क्रिकेट को मैं आने वाले नए साल पर मान्यता दिलवाऊंगा साथ ही उन्होंने पिछली सरकार पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली सरकार खेल नीति के प्रति कोई ठोस कदम नहीं उठाना चाहती थी लिहाजा प्रदेश की प्रतिभाएं अपने राज्य में खेल नीति न होने से दूसरे राज्यों की ओर रुख कर रही थी।
पहले से ही विवादित चल रहे अरविंद पांडे ने आज सचिवालय में मीडिया को वे बयान। जिससे कि साफ तौर पर यह पता लगता है कि कहीं ना कहीं अरविंद पांडे पहले से ही इन खिलाड़ियों से रूबरू थे लेकिन उन्होंने यह बयान क्यों दबाया किस वजह से दबाया खैर इस पर अरविंद पांडे कुछ बोलने को तैयार नहीं है लेकिन वही उन्होंने उन्हीं लड़कियों को आगे कर दिया है कि जब वही दमखम दिखएंगी में तब ही मुकदमा करुंगा ऐसे में अरविंद पांडे कि जो बयानबाजी लगातार सामने आ रही है उसे साफ तौर पर यह जाहिर होता है कि आखिर अरविंद पांडे सिर्फ बयान तक ही सीमित रहेंगे या फिर कोई और कार्यवाही भी करेंगे वहीं अरविंद पांडे ने आज बड़ा बयान देते हुए कहा कि एक महिला खिलाड़ी मेरे पास मेरे पास आई थी और उसने अपनी 3 साल की बच्ची को गोद में लेते हुए कहा था कि मैं भी मानसी और एकता की तरह खेल मे आगे बढ़ सकती लेकिन मैंने अपने लोक लाज़ और परिवार के भाई से यह बात आगे नहीं आने दी।