
नैनीताल हाईकोर्ट के निर्णय का स्वामी शिवानन्द ने किया स्वागत
नैनीताल हाइकोर्ट के द्वारा सोमवार को गंगा-यमुना को जीवित मानव का दर्जा दिए जाने के बाद मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत किया है.गौरतलब है की स्वामी शिवानंद पिछले कई वर्षों से गंगा को प्रदषूण और खनन मुक्त रखने के लिए लगातार अनशन करते आये हैं जबकि उनक शिष्य स्वामी निगमानंद ने गंगा को खनन मुक्त और प्रदूषण रखने के लिए 2011 में 115 दिन के अनशन के बाद अपने प्राण त्याग दिए थे. हरिद्वार के कनखल स्थित मातृसदन में मीडिया से बात करते हुए मातृसदन के परमाध्यक्ष शिवानंद ने कहा की हाईकोर्ट के फैसले का जितना स्वागत किया जाए उतना कम है.लेकिन हाईकोर्ट के फैसले के बाद गंगा पर बांध हटाने और सिंचाई के लिए गंगा से केवल 10 % जल का हो प्रयोग करेंगे तभी जीवित मानव का दर्जा यथार्थ हो पायेगा.