
भगवानपुर भगवान मेहर एस आई उमेश कुमार समेत पूरी पुलिस टीम को किया पुरस्कृत
अपराध पर अंकुश लगाते हुए आज भगवानपुर पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए उस डकैती का खुलासा महज़ 8 दिन में ही कर दिया जिसे एक कम्पनी से 7-8 बदमाशों ने हथियारों के बल पर बंधक बनाकर अंजाम दिया था। एस. एस. पी. हरिद्वार कृष्ण वी के ने खुलासा करते हुए बताया कि थानाध्यक्ष भगवानपुर भगवान मेहर समेत पूरी टीम को उनकी तरफ से 2500 रुपये ओर डीजीपी साहब की तरफ से 5000 रुपये नकद पुरस्कार की घोषणा की गई है। खास बात ये रही कि डकैती में जितना माल भी बदमाश लेकर गए थे। वो सब बरामद कर लिया गया है, हालांकि बदमाशों के इस गिरोह में से अभी 32 लोगों को ही गिरफ्तार किया गया है, बाकी की तलाश जारी है ।
दरअसल दिलचस्प बात आपको बता दे कि भगवानपुर क्षेत्र में MMR नाम की तार बनाने वाली कम्पनी के गार्ड को पिछले हफ्ते कुछ बदमाशो ने बंधक बनाकर लगभग 50 लाख का तार क्रेन से ट्रक में भरकर ले गए थे। जिसके बाद पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया था। पुलिस कप्तान की लताड़ भी थानाध्यक्ष को सुन्नी पड़ी थी और पुलिस इस मामले में कई टीमें बनाकर जांच में जुट गई थी जिसमे परत दर परत पुलिस को पता चलता गया कि नोएडा में ट्रांसमिशन नाम की एक बड़ी कम्पनी का मालिक अक्षत जैन जिसकी विकास नगर में भी एक कम्पनी है उसने इस माल को खरीदा है जांच में जो तथ्य पुलिस को पता चले वो काफी चोंकाने वाले है दरअसल घनश्याम ओर श्यामवीर नाम के दो शख्स जिन्हें ये मालूम था कि भगवानपुर कम्पनी में करोड़ो का माल पडा हुआ है उन्होंने जाल बिछाकर अक्षत जैन से सेटिंग की ओर भगवानपुर से माल ट्रको में भरकर दिल्ली अक्षत जैन के पास पहुंचा दिया जहाँ से अक्षत ने अधेड़ मूल्यों में माल खरीदा ओर अपनी कम्पनी महावीर ट्रांसमिशन विकास नगर में पहुंचा दिया। इस पूरे खेल में शैलेन्द्र नाम का कम्पनी मैनेजर भी मिला हुआ था। लेकिन पुलिस जांच में शैलेन्द्र पर शक हुआ था और पूरी कहानी सामने आ गई। आज शैलेन्द्र और उसके साथी तीर्थ पल को पुलिस ने जेल भेज दिया। जबकि अक्षत जैन समेत चार लोगों की तलाश में जुट गई है। इस पूरी फिल्मी कहानी को भगवानपुर पुलिस ने एक हफ्ते के भीतर ही खोल दिया।जिससे पुलिस कप्तान काफी खुश हुए और थानाध्यक्ष भगवानपुर भगवान मेहर एस आई उमेश कुमार एस आई अजय शाह समेत पूरी पुलिस टीम को पुरस्कृत किया।