
लन्दन बिजनेस स्कूल के छात्रों का एक दल उत्तराखंड में करेगा इस विषय का अध्ययन
लंदन बिज़नेस स्कूल का एक दल उत्तराखंड में अपने प्रोजेक्ट पर आया हुआ है, इस दल में 24 देशों के तक़रीबन 90 छात्र और छात्रायें शामिल हैं. ये सभी छात्र उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों की जीवन शैली और कार्य प्रणाली पर अध्ययन करने यहाँ पहुँचे हैं. इस दल ने मंगलवार को राजधानी देहरादून के स्थानीय होटल में ग्रामीण पर्यटन, कृषि व आजीविका विषय पर आयोजित सेमिनार में भी भाग लिया. इस सेमिनार को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड के सामरिक महत्व को देखते हुए सीमावर्ती क्षेत्रों से पलायन को रोकना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में पलायन को रोकने के लिए रोजगार, शिक्षा व स्वास्थ्य की सुविधाएं उपलब्ध करवानी होंगी. साथ ही खेती को लाभकारी बनाने के लिए चकबंदी व ऐरोमेटिक प्लांटेशन को बढ़ावा देना होगा. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उत्तराखण्ड की प्राकृतिक सुंदरता देवभूमि को अलग पहचान दिलाती है. स्वीट्जरलैंड की तर्ज पर यहां पर्यावरण को संरक्षित रखते हुए पर्यटन को विकसित किया जा सकता है. बायो डाइवर्सिटी टूरिज्म, विंटर स्पोर्ट्स टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म, रूरल होम स्टे व हेरीटेज टूरिज्म की यहां अपार सम्भावनाएं हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरादून में एक टूरिज्म विलेज विकसित किया जा सकता है जहां समूचे उत्तराखण्ड की झलक मिल सके. वहीं उन्होंने ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में आय की विषमताओं को दूर करने पर भी विशेष ध्यान देने की बात कही.