
सड़क के मलबे से सिंचित भूमि हुई बंजर, मुआवजे की मांग
केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा गाँव – गाँव के विकास के लिए सड़कों का निर्माण तो कर देती है। परंतु सड़क निर्माण के दौरान हुए नुकसान की भरपाई नहीं कर पाती है। जिसका खामियाजा ग्रामीणों को अपनी सिंचित भूमि को बंजर होने से चुकाना पड़ता है । बढियारगढ़ पट्टी के 8 गाँव के ग्रामीण सिंचित भूमि बडियार से सुपार बनी सड़क के मलवे से नहर दबने के बाद से कीर्तिनगर लोकनिर्माण विभाग की लापरवाही से खेत बंजर हो जाने के कारण अपने खेतों को बंजर होने से भुगतना पड़ रहा है। श्रीनगर से सट्टे कीर्तिनगर विकासखंड के बडियार में सन; 2010- 11 के अंतराल में कीर्तिनगर लोकनिर्माण विभाग द्वारा बडियार सुपार मोटर मार्ग का निर्माण किया गया था । मोटर मार्ग के निर्माण के दौरान जीरो प्वाइंट पर सड़क के मलबे से बडियार सिंचाई नहर क्षतिग्रस्त हो गयी । कीर्तिनगर लोकनिर्माण विभाग ने सड़क तो बना दी, लेकिन सड़क के मलबे से सिंचाई की नहर दब गई और जिसे दबा ही रहने दिया गया। जिसके कारण बढियारगढ़ पट्टी के क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले 8 गाँव ग्रामीणों के सैकड़ों नाली भूमि पानी नहीं जाने की वजह से सिंचित खेती नहीं कर पाए। जिससे खेत बंजर पड़ चुके हैं । सिंचित खेत बंजर पड़ने से ग्रामीणों अब बंजर पड़े खेतों को फिर से खेती को उपजाऊ करने का मन बनाया है । परन्तु खेतों में जमी गाजर घास से ग्रामीणों को एलर्जी और दमा जैसी कई तरह की बीमारियाँ हो रही हैं।
ग्रामीणों ने बताया है कि एक तरफ जहां लोकनिर्माण विभाग ने सड़क निर्माण कर नहर को दबा दिया वहीं बंजर खेती पर गाजर घास जम जाने से काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का ये भी कहना है की 2011 से इन दोनों विभागों को नहर का नव निर्माण करने के लिए बार – बार अवगत भी कराया गया । परंतु केवल आश्वासन ही देते रहे जिसका खामियाजा ग्रामीणों को अपनी सिंचित खेती को बंजर होने से भुगतना पड़ रहा है । ग्रामीणों ने 2 बार खेती बंजर रहने पर लोकनिर्माण विभाग से मुआवजे की मांग कर रहे हैं । हालांकि सिंचाई विभाग द्वारा नहर को दूसरी जगह बनायी गयी है , और क्षतिग्रस्त नहर बनाने का कार्य भी जारी है ।
ग्राम प्रधान बडियार का भी यही कहना है कि बडियार सुपार मोटर मार्ग से नहर दबने पर सिंचित खेतों में पानी नहीं जा पा रहा है। जिसके कारण सिंचित भूमि बंजर हो गयी जिसका लिखित जानकारी लोकनिमार्ण विभाग कीर्तिनगर को लिखित ग्राम पंचायत प्रस्ताव भी भेजा गया है । अभी तक मुआवजा नहीं मिला और नेा ही कोई कार्रवाई की गयी है ।
लोकनिर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता द्वारा कोई कार्रवाई नहीं होने पर उपजिलाधिकारी को ग्रामीणों की पीड़ा से अवगत कराया गया जिसपर जिलाधिकारी ने सज्ञान लेते हुए जाँच का भरोसा दिया और कार्रवाई का आश्वासन भी दिया है। साथ ही देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी ने पूर्व कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व सरकार के कारण ही आज ग्रामीणों को दर- दर की ठोकरें खानी पड़ रही हैं। लेकिन जिसे अब जल्द ही पूरा किया जाएगा।