सहकारिता के माध्यम से की गई धान की खरीद में घोटाला हुआ है: राजवीर सिंह
सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक राजवीर सिंह ने सहकारिता के जरिये धान खरीद में हुए घोटाले के खुलासे को लेकर पत्रकार वार्ता की। सहकारिता से लंबे समय से जुड़े राजवीर सिंह ने कहा कि खटीमा क्षेत्र में सहकारिता विभाग के जरिये किसानों से हुई धान खरीद का दस करोड़ रूपये बकाया है। लेकिन एक भी किसान ने धान भुगतान को लेकर अभी तक आवाज नहीं उठायी है क्योंकि वास्तव में मात्र 10 प्रतिशत की किसान से फसल की खरीद हुई। बाकी का 90 प्रतिशत सरकारी धान राईस मिलों के जरिये ख़रीदा गया है, जो कि एक घोटाले कि ओर संकेत करता है। इसके अलावा मंडी परिषद के जरिये भी धान बिचौलियों के जरिये ख़रीदा गया। सिर्फ खटीमा में व्यापारियों व अधिकारियों की मिली भगत से धान खरीद में करोडो रुपयों का घोटाला कर गरीब किसानों का शोषण हुआ है। जबकि पूरे प्रदेश में अमूमन धान खरीद में हुए घोटाले की तस्वीर खटीमा की तरह ही है। उन्होंने कहा कि वे अब मुख्ययमंत्री से मांग करेंगे की इस घोटाले की जाँच करा कर प्रदेश में गरीब किसानों के शोषण को रोका जाए।