साल में एक त्योहार गांव में मनाएं प्रवासी
जौनसार बावर के प्रवासी सम्मेलन ‘आपणे लोग, आपणी बाता-रीता’ में भारतीय तट रक्षक बल के महानिदेशक राजेंद्र सिंह ने कहा कि उत्तराखंड में करीब 1200 गांव पलायन के चलते खाली हो चुके हैं। लेकिन, ये खुशी और गर्व की बात है कि जौनसार बावर क्षेत्र में पलायन बहुत कम हुआ है। हमें अपनी जड़ों से जुड़ा रहना चाहिए और संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन के लिए साल में एक त्योहार अपने गांव में मनाना चाहिए। प्रभु राम ने भी लक्ष्मण से यही कहा था कि ‘मेरी जन्मभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर है’।
ओएनजीसी के एएमएन घोष प्रेक्षागृह में लोक पंचायत संगठन की ओर से आयोजित सम्मेलन में उन्होंने कहा कि वे तो मन बना चुके हैं कि सेवानिवृत्ति के बाद गांव में रहेंगे। हम भले ही प्रवासी हों, लेकिन क्षेत्र के लिए चिंतित रहते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और पीएमओ में सचिव भास्कर कुल्बे से बात कर जौनसार बावर के दो क्षेत्रों को प्रदेश के दस प्रमुख पर्यटन स्थलों की सूची में शामिल कराने का अनुरोध किया है। भारतीय तट रक्षक बल के महानिदेशक राजेंद्र सिंह ने कहा कि जौनसार बावर के हरिपुर में नौरा, अमलावा, टौंस व यमुना का महासंगम होता है, लेकिन किन्हीं कारणों से यह स्थल हरिद्वार और इलाहबाद की तरह प्रसिद्ध नहीं हो पाया। हम सरकार का क्यों इंतजार करें, हम लोग सक्षम हैं और लोक पंचायत संस्था से अपील है कि हरिपुर में भव्य घाट बनाया जाए और इसे एक धार्मिक स्थल के रूप में विकसित करें। यहां रोजाना मां यमुना की आरती भी होनी चाहिए।