हरिद्वार में दिव्य प्रेम सेवा मिशन कार्यक्रम को महामहिम कोविंद ने किया संबोधित
लगातार हो रही बारिश के बीच हरिद्वार पहुँचे महामहिम रामनाथ कोविंद ने दिव्य प्रेम सेवा मिशन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। चंडीघाट स्थित दिव्य प्रेम सेवा मिशन के महामहिम संरक्षक है, इसलिए हरिद्वार दौरे के चलते महामहिम ने मिशन में पहुँच देश के दूर राज्यों से आए मिशन के सदस्यों और पदाधिकारियों को संबोधित किया। इस दौरान राज्यपाल केके पॉल,सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत,विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद्र अग्रवाल और पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण भी माजिद रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि उत्तराखंड में आना मेरे लिए सौभाग्य की बात हरिद्वार ने देश को पहला आईआईटी दिया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड का परिवेश शिक्षा के लिए बेहतरीन है। इस दौरान महामहिम ने मंच से पूर्व सीएम एनडी तिवारी को याद कर उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की परमात्मा से कामना की।इसके अलावा उत्तराखंड के चिपको आंदोलन के प्रणेता सुंदर लाल बहुगुणा को भी महामहिम ने याद किया।मौसम खराब होने के चलते कल केदारनाथ और बद्रीनाथ मंदिर दर्शन करने पर बोलते हुए कहा कि बाबा केदार बुलाएंगे तो चले जायेंगे, नहीं तो तीन माह बाद चले जायेंगे। उन्होंने दिव्य प्रेम सेवा मिशन के कार्य को सराहा और कहा कि गंगा पूजा में मां गंगा से मैंने मांग कि जो आपको अविरल बनाने में लगे हैं उनकी मदद कीजिये।महामहिम के दौरे को लेकर ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों का भी धन्यवाद करते हुए उन्होंने कहा कि मेरे आगमन की वजह से आप सबको भी तकलीफ उठानी पड़ी। इस देश की पहचान लाल किले,ताज महल ओर इंडिया गेट से नहीं बल्कि इस देश की पहचान यहां के साधु सन्यासियों और संस्कृति से है।