
4 घंटे की मैराथन बैठक के बाद भी दोनों पक्षो में नहीं हो पायी सुलह
हरिद्वार में मेयर पर हमले के मामले में राज्य के दो हेवीवेट मंत्रियों के बीच छिड़ी जंग को 4 दिन हो गए हैं। लेकिन 4 दिन बाद भी आज दिन भर चली कवायद और बंद कमरे में 4 घंटे की मैराथन बैठक के बाद भी दोनों पक्षो में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट सुलह समझौता नहीं करा पाए। दोपहर से देर शाम तक मंत्री सतपाल महाराज के आश्रम के बंद कमरे में माथापच्ची के बाद बाहर आकर प्रदेश अध्यक्ष ने मामले की जांच के लिए 2 सदस्यीय समिति बनाने का ऐलान कर मामले को 15 दिन के लिए लटका दिया। अलबत्ता अजय भट्ट ने मेयर के खिलाफ 4 दिन से धरने पर बैठे सतपाल समर्थकों का धरना जरूर खत्म करवा दिया है।
4 दिन पहले भारी बारिश से हुए जलभराव को लेकर राज्य सरकार के दो बड़े मंत्रियों मदन कौशिक ओर सतपाल महाराज समर्थकों के बीच हुए खूनी संघर्ष का मामला आज प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट भी नहीं सुलझा पाए। इस संघर्ष में मदन समर्थक हरिद्वार के मेयर मनोज गर्ग और भाजपाई पुलिस कर्मियों ओर पत्रकारों पर सतपाल समर्थकों द्वारा किये गए हमले में ये लोग घायल हो गए थे। 4 दिन से दोनों मंत्रियों के समर्थकों के बीच विवाद दोनों पक्षो के बीच तल्खी में बदलता जा रहा था। मामला भाजपा हाईकमान के निर्देश पर आज अजय भट्ट विवाद को सुलझाने के लिए ही हरिद्वार पंहुचे थे। लेकिन 4 घंटे बंद कमरे में हुए माथापच्ची के बाद भी वो मामले को नहीं सुलझा पाए। कमरे से बाहर आकर अजय भट्ट ने पत्रकारों से बचने की कोशिश की। मगर पत्रकारों के बार – बार पूछने पर उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण की जांच के लिए दो सदस्यीय जांच समिति बनाने का फैसला किया गया है । प्रदेश भाजपा अनुशासन समिति के अध्यक्ष ज्ञान सिंह और महामंत्री प्रकाश हरबोला जांच कर 15 दिन में अपनी रिपोर्ट देंगे। रिपोर्ट आने के बाद ही कोई कर्रवाई की जाएगी । अजय भट्ट ने घटना को हादसा बताते हुए कहा कि ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हादसा है।