
सरकार भारतीय वायुसेना के लिए सरकारी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड
से 85 Tejas fighter aircraft खरीदने का 48000 करोड़ रुपये का सौदा
बुधवार को आधिकारिक रुप से हुआ। यह अब तक का सबसे बड़ा स्वदेशी
रक्षा खरीद सौदा रहा।
अधिकारियों ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह वायुसेना के शीर्ष अफसर
और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में
बेंगलुरु में एयरों इंडिया एयरोस्पेस प्रदर्शनी के दौरान अनुबंध पर हस्ताक्षर हुए।
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली सुरक्षा मामलों पर मंत्रीमंडल की समिति ने घरेलू
रक्षा खरीद के तहत करीब 48,000 करोड़ रुपये की लागत से 83
Tejas fighter aircraft खरीदने को 13 जनकारी को मंजूरी प्रदान की थी।
इसके तहत 73 हल्के लड़ाकू विमान तेजस एमके-1ए विमान और 10 तेजस
एमके-1ए विमान (एलसीए) तेजस एमके-1ए विमान और 10 तेजस एमके-1
प्रशिक्षण विमान शामिल हैं।
तेजस एमके-1ए स्वदेश में डिजाइन, विकसित औऱ निर्मित अत्याधुनिक चौथी
पीढ़ी के लड़ाकू विमान हैं। यह विमान इलेक्ट्रॉनिक रुप से स्कैन किए गए
सक्रिए एरे रडार, दृश्यता के दायरे से बाहर, मिसाइल, इलेक्ट्रॉनिक युध्द
तकनीक और हवा में ईंधन भरने की क्षमता से लैस है।
नए विनिर्माण संयत्र का उध्दाटन
रक्षा मंत्री सिंह ने मंगलवार को बेंगलुरु में एक नए विनिर्माण संयत्र
का उध्दाटन किया जिससे तेजस का उत्पादन दोगुना होगा। इस मौके पर
राजनाथ सिंह ने कहा जिससे तेजस लड़ाकू विमान की खरीद से भारतीय वायु सेना
की क्षमता में काफी इजाफा होगा।
एचएएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक आर.माधवन ने पिछले महीने कहा
था कि वायुसेना को तेजस हल्के लड़ाकू विमान की आपूर्ति मार्च 2024 से
शुरु हो जाएगी और कुल 83 विमानों की आपूर्ति होने तक हर वर्ष करीब 16
विमनों की आपूर्ति की जाएगी।
Tejas fighter aircraft की खासियत
Tejas fighter aircraft में एक साथ 9 तरह के हथियार लोड और फायर किए जा
सकते है। यह एयरक्राफ्ट एंटीशिप मिसाल, बम और रॉकेट से लैस है। तेजस पर हवा
से हवा, हवा से धरती और हवा से पानी पर हमला करने वाले हथियार लोड
कर सकते हैं। Tejas fighter aircraft में जैमर सुरक्षा तकनीक है ताकि किसी
दुर्गम क्षेत्र में कम्युनिकेशन बंद ना हो।
यह एक सुपर फाइट जेट है, जो की 15 किलोमीटर की ऊंचाई तक उड़ान
भर सकता है। तेजस को 42 फीसदी कोर्बन फाइबर, 43 फीसदी
एल्यूमीनियम एलॉय और टाइटेनियम से बनाया गया है।
संध्या कौशल
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