60 साल पहले स्थापित की गई मूर्ति को हटाने पर विधायक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
लगभग 60 साल पहले रुड़की में स्थापित की गई शहीद चंद्रशेखर आजाद की मूर्ति आजकल नेताओ के हाथ का खिलौना बन गई है। शहर के विधायक कुछ लोगो को लाभ पहुंचाने के लिए रातो – रात मूर्ति को हटवाकर दूसरी जगह लगवा देते है और रूड़की नगर निगम के मेयर मूर्ति को पहली जगह ही लगवाने के लिए रात को ही जेसीबी मशीन से खुदाई शुरू करा देते है । रातो – रात शहीद की प्रतिमा को हटाकर दूसरी जगह लगवाने का यह मामला अब भाजपा के रूड़की विधायक प्रदीप बत्रा के गले की हड्डी बन गया है। विधायक के द्वारा किये गए इस कार्य से रूड़की नगरवासियो में काफी नाराजगी है विधायक के इस कार्य से नाराज कई संगठन इसका विरोध भी कर रहे है शहीद की मूर्ति हटाई जाए और विरोध प्रदर्शन हो और राजनीति ना हो ऐसा आज के युग में असंभव सा लगता है इसीलिए अब इस लड़ाई में नगर निगम रूड़की के मेयर यशपाल राणा भी कूद गए है।
शहर में लगातार हो रहे विधायक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को देखते हुए मेयर यशपाल राणा ने मूर्ति को पुरानी जगह लगवाने की तैयारी का कार्य शुरू करा दिया। निगम की जेसीबी मशीन जैसे ही नींव खोदकर कल शाम के समय वापस लौटी कि तभी विधायक प्रदीप बत्रा के द्वारा एक जेसीबी मशीन भेजी गई और खुदी हुई नींव को भरवाकर वापस चली गई। जिसके बाद शहरवासियों का गुस्सा भड़क गया और वे बड़ी संख्या में मौके पर पहुँच गए। जहां उन्होंने मेयर यशपाल राणा को भी बुला लिया। जिसके बाद मेयर ने रात के समय ही फिर से जेसीबी मशीन बुलाई और फिर से नींव को खुदवा दिया। मेयर यशपाल राणा ने विधायक को खुली चुनौती भी दे डाली उनका कहना था कि एक तरफ भाजपा शहीदों का अपमान करने वालो के बारे में कहती है कि शहीदों का अपमान बर्दाशत नहीं किया जाएगा और दूसरी तरफ भाजपा के विधायक खुद ही शहीद का अपमान करने पर तुले हैं, इसीलिए भाजपा की कथनी और करनी में बहुत फर्क है। हम ऐसा बिलकुल भी बर्दाशत नहीं करेंगे और अगर विधायक इस मामले में प्यार से बात करना चाहते है, तो हम प्यार से बात करेंगे और अगर गुंडागर्दी दिखाते है तो उसका जवाब गुंडागर्दी से ही दिया जाएगा। हम इस मामले में पीछे हटने वाले नहीं है । मेयर अनपढ़,जाहिल और बद्तमीज आदमी है शिक्षा नगरी के रूप में विख्यात रुड़की शहर का दुर्भाग्य है की ऐसा आदमी शहर का मेयर बन गया है। ये कहना है कि भाजपा विधायक प्रदीप बत्रा का हमने जब इस पुरे मामले में विधायक प्रदीप बत्रा से बात की तो उन्होंने कहा कि मूर्ति के अपमान और सम्मान की तो बात ही नहीं है। मूर्ति पहले से अच्छी जगह रखी गई है उसका और भी बेहतर सौन्दर्यकरण कराया जाएगा इस पर सिर्फ राजनीति हो रही है ।
रूड़की के सबसे मशहूर चौक चंद्रशेखर आजाद चौक पर शहीद चंद्रशेखर आजाद की मूर्ति लगभग 60 साल पहले स्थापित की गई थी। जिसका सौंदर्यकरण भी जब-तब किया जाता रहा है कुछ साल पहले इस मूर्ति से सटाकर कुछ दुकाने भी बना दी गई अब यह मूर्ति इन दूकान मालिकों को कारोबार में रोड़ा नजर आने लगी थी। इसीलिए विधायक प्रदीप बत्रा ने इन दुकानदारों को लाभ पहुंचाने के लिए 60 साल पहले स्थापित हुई, शहीद चंद्रशेखर आजाद की मूर्ति को रातो – रात हटवाकर दूसरी जगह लगवा दिया। जिसके बाद शहर में जगह – जगह विधायक के इस कार्य का विरोध हो रहा है ।