पिछले चार दिनों से केदारनाथ मदमहेश्वर treaking रूट पर पनपतिया ग्लेशियर और मद्मेश्वर के बीच फंसे पूरे treaking दल को आखिरकार प्रशासन द्वारा चलाये गए हवाई व जमीनी रैस्क्यू टीम ने खोज निकाला है। पूरा टेªकिंग दल सकुसल शुक्रवार की देर सांय मदमहेश्वर मंदिर में पहुंच गया है जहां से कुछ लोग कल हवाई मार्ग से जोशीमठ लाये जायेंगे जबकि शेष पैदल ही सडक मार्ग तक पहुंचेंगे।
आईओसी के चार ट्रैकर जिनके साथ पांच पोटर व गाईड थे। सवा पांच हजार मीटर की उंचाई पर स्थित पनपतिया ग्लेशियर मे रास्ता भटकने के बाद फंस गया था। जिसके बाद गुरूवार को सेना व वायुसेना के दो बड़े एलएच हेलीकाप्टर ने रैस्क्यू शुरू किया। लेकिन पहले दिन बडे हेलीकाप्टरों को कोई सफलता नहीं मिली। शुक्रवार को वायु सेना के दो छोटे चीता हेलीकाप्टरों ने सुबह साढे आठ बजे के लगभग मदमहेश्वर से चार किमी पहले लगभग 14 हजार फीट की उंचाई पर सभी टेकरों को देखा। जिसके बाद चीता हेलीकाप्टरों ने छह बार उस जगह पर उडान भरी व हवा में रूक – कर दल को इशारा किया। लेकिन दल के लोगों द्वारा कोई रिस्पांस न मिलने से हेलीकाप्टर वापस जोशीमठ लौट आये। जिसके बाद दुसरी बार चीता हेलीकाप्टरों ने एक बार फिर उडान भरकर दल में शामिल दो पोटर जो बीमार थे व दो अन्य को हवाई मार्ग से जोशीमठ पहुंचाया। बीमारों का इलाज सेना के अस्पताल में चल रहा है।
यहां यह भी बता दें कि प्रशासन ने 13 सदस्यों का जमीनी रैस्क्यू दल जिसमें पुलिस, एसडीआरएफ, प्राथमिक उपचार के लोग शामिल थे को गुरूवार को केदारनाथ के मदमहेश्वर तक हवाई मार्ग से पहुंचाया ,जहां से इस दल ने जमीनी खोज अभियान शुरू किया । दल के लोगों द्वारा शुक्रवार की सुबह लगभग छह बजे खोये टेªकरों को मदमहेश्वर मंदिर से साढे चार किमी पहले लगभग 14 हजार फीट की उंचाई पर ढूंड निकाला गया। जिसके बाद दल व टेªकरों ने वहीं पर टैन्ट लगाया व आराम किया।
वहीं दल में शामिल एक टेªकर की तबियत खराब होने से गुरूवार को मौत हो गई थी। जिसका शव अभी तक रैस्क्यू दल को नही मिल पाया है।वहीं दल का पता चल जाने व सभी के सुरक्षित रहने की खबर के बाद बचाव रैस्कयू समाप्त हेा गया है। एसडीएम देवानन्द शर्मा ने बताया कि क्योंकि सभी टेªकर मदमहेश्वर पहुंच गए हैं व एक को छोडकर सभी सुरक्षित हैं इस लिए रैस्क्यू समाप्त हो गया है। कहा कि शव को हवाई या जमीनी मार्ग से कैसे लाया जायेगा इसका निर्णय उच्च स्तर पर लिया जा रहा है। जिसके बाद शव को वापस लाने की कार्यवाही की जायेगी।