
बीते दिन Uttarakhand में 33 स्वास्थ्य केंद्र संस्थानों में कोविड-19 की Vaccination शुरू हुई थी।
प्रदेश के बड़े जिलों में चार केंद्रों में और छोटे जिलों में दो से तीन केंद्रों में Vaccination का
अभियान शुरू हुआ है।देहरादून,हरिद्वार, यूएसनगर, नैनीताल के स्वास्थ्य केंद्रों में चार चार जगह
Vaccination शुरू हुआ और दूसरी ओर पहाड़ी इलाकों में स्वास्थ्य केंद्रों में दो या तीन जगह
Vaccination हुआ। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ की प्रशंसा की।
मुख्यमंत्री का एकमात्र उद्देश्य है Uttarakhand को विकास की ओर ले जाना।केंद्रीय सरकार ने
राज्यों को 1.13 लाख Vaccination दिया जिसमें से करीब 87 हजार प्रंटलाइन हेल्थ वर्कर का
vaccination होगा। टीकाकरण एक विस्तृत अवस्था है और टीकाकरण के बाद व्यक्ति को आधे
घंटे तक बिठाया जाना चाहिए। पहले दिन सेंटर की संख्या कम कर दी गई है ताकि Vaccination
के समय किसी को कोई दिक्कत न हो।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्यों में 33 केंद्रों पर सौ प्रति सेंटर के हिसाब से कुल33 हजार के करीब
स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाने की उम्मीद है। हालांकि पहाड़ में खराब परिस्थिति में 100 की जगह
एक बूथ पर 75 टीका को ही छूट दी गई है।
Uttarakhand का पहला Vaccination
Uttarakhand में पहला Vaccination वार्ड बॉय शैलेंद्र द्विवेदी को लगाया गया है।
प्रदेश की राजधानी स्थित दून मेडिकल कॉलेज में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पहुंचने के बाद Vaccination
का कार्यक्रम शुरू किया गया है।सुरेंद्र को टीका लगाने के बाद आधे घंटे तक ऑब्जर्वेशन में रखा गया।
इसके बाद वह अपनी सेवाएं वार्ड और विभागो में दे रहा है।शैलेंद्र टीका लगाने को लेकर
बहुत उत्साहित हैं और उन्होंने बोला है कि सभी लोग कोरोना गाइलाइन्स का सख्ती से
पालन करें ताकि वायरस के जड़ से खत्म करा जाए।
Vaccination से महिला हुई बेहोश
प्रदेश में Vaccination के समय कोविंन पोर्टल में कई दिक्कतें सामने आया जिसके वजह से टीका
करण कुछ समय तक रोका गया। सूत्रों के अनुसार अल्मोड़ा के महिला स्वास्थ्य कर्मी टीका लगाने के
बाद बेहोश हुई और कुछ लोगों में कमजोरी भी महसूस हुए।
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