उत्तर प्रदेश के आगरा में महिला सुरक्षा को लेकर जागरुकता अभियान शक्ति चैम्पियंस मिशन चलाया जा रहा है।
इस मिशन के तहत महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, संरक्षण व हिंसा पर रोकथाम के लिए महिला कल्याण विभाग को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है।
शक्ति चैम्पियंस में योगदान देने वाली महिलाओं को दी जाएगी जिम्मेदारी
शक्ति चैम्पियंस मिशन को आगे बढ़ाने में जिन महिलाओं ने अपना योगदान दिया है उन्हें 27 नवम्बर को चैंपियन का दर्जा दिया जाएगा।
इसके लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। शुक्रवार को इन्हें पहचान पत्र, बैच और विधिवत कार्य वितरण किया जाएगा।
निदेशक महिला कल्याण व मिशन शक्ति के नोडल अधिकारी मनोज कुमार राय का कहना है कि कोई भी महिला,
पुरुष, बालक, बालिका या थर्ड जेंडर जो महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता की दिशा में जागरूक करने का बेहतर कार्य कर रहे हैं,
उन्हें शक्ति चैम्पियंस का दायित्व निभाने के लिए आगे लाया जा रहा है।
इनका चयन ग्राम, ब्लाक व जिला स्तर पर किया जाएगा।
इनका काम ग्राम या वार्ड में महिलाओं और बच्चों के अधिकारों, कानूनों और मुद्दों पर जागरूकता पैदा करना होगा।
हेल्पलाइन नंबर का प्रचार
शक्ति चैम्पियंस मिशन के तहत 1090 वुमन पावर लाइन, 1098 चाइल्ड लाइन, 108 एम्बुलेंस सेवा,
102 स्वास्थ्य सेवा, 112 इंटीग्रेडेड हेल्पलाइन, 1076 मुख्यमंत्री हेल्पलाइन, 181 महिला हेल्पलाइन का ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार करना होगा।
शक्ति चैम्पियंस पुलिस और अधिकारियों को स्थानीय ऐसे स्थलों की जानकारी भी मुहैया कराएंगे,
जो महिलाओं और बच्चों के लिए जोखिम भरे हो सकते हैं, जैसे – विद्यालय के पास शराब की दुकान का होना,
विद्यालय के समय आस-पास असामाजिक तत्वों का भीड़ होना, विद्यालय में शौचालय व भेदभाव रहित वातावरण का न होना आदि।
जागरुता शिविर आयोजित किए जाएंगे
शक्ति चैम्पियंस मिशन के तहत घरेलू हिंसा, दहेज शोषण, शारीरिक और मानसिक शोषण,
बाल विवाह, बाल श्रम , शारीरिक उत्पीड़न आदि सामाजिक हिंसा मामले शामिल हैं।
शक्ति चैम्पियंस मिशन के अंतर्गत सभी तरह की हिंसा के मामले पुलिस में दर्ज करा सकते हैं।
मिशन के तहत स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर समय-समय पर जागरुता शिविर आयोजित किए जाएंगे।
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