
उत्तराखंड सरकार में फेरबदल होने के बाद और साथ ही उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के बनने के बाद नेता प्रतिपक्ष उत्तराखंड डॉक्टर इंद्रदेव ने बयान दिया है, कि भाजपा के पास कोई भी नया चेहरा नहीं था इसलिए तीरथ सिंह रावत को बनाया गया उत्तराखंड का नया मुख्यमंत्री। 2022 में साफ हो गया है कि भाजपा की हार होने वाली है। इसलिए पूर्व मुख्यमंत्री को तत्काल इस्तीफा देने के लिए कहा गया है। वहीं भाजपा की
आपसी गुटबाजी नजर आई जबकि कांग्रेस में कोई भी गुटबाजी नहीं है। जिस प्रकार से आज तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बना दिया गया है, जब पहले मुख्यमंत्री उत्तराखंड का विकास नहीं कर पाए तो 1 साल में तीरथ सिंह रावत क्या विकास करेंगे। भाजपा के पास विकास का कोई मुद्दा नहीं था, लोगों ने मन बनाया था कि भाजपा को हटाना है इसी के चलते भाजपा ने तत्काल ही मुख्यमंत्री को इस्तीफा देने के लिए कहा और तत्काल में ही तीरथ
सिंह रावत को मुख्यमंत्री बना दिया गया। इससे स्पष्ट होता है कि भाजपा की रणनीति किस प्रकार की चल रही है। आपस में ही कोई एकता नहीं दिखाई दे रही है, तो उत्तराखंड का क्या विकास करेंगे ।जबकि तीरथ सिंह रावत का कहीं से कोई नाम ही नहीं था। इसके बावजूद तीरथ सिंह रावत को उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बना दिया गया है। इससे स्पष्ट होता है कि भाजपा सरकार के अंदर खाने में बड़ी गुटबाजी सामने आ रही है।
-शुभांगी कुमारी
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