
EVM के साथ-साथ VVPAT की सुरक्षा पर सवाल
ईवीएम पर सवाल कई सालों से उठ रहे हैं लेकिन ईवीएम के साथ प्रयोग किए जाने वाले वीवीपैट पर शायद आज तक सवाल नहीं उठ पाया था तभी सुप्रीम कोर्ट ने भी निष्पक्ष चुनाव के लिए वीवीपैट के इस्तेमाल को आवश्यक बताया था। हालांकि अब ईवीएम पर ही नहीं बल्कि वीवीपैट पर भी सवाल उठने शुरू हो गए हैं। दरअसल मध्य-प्रदेश के भिंड में वीवीपैट के ट्रायल के दौरान ईवीएम का दो अलग-अलग बटन दबाने पर कमल का फूल प्रिंट हुआ। मतलब वीवीपैट से बीजेपी का चुनाव चिह्न प्रिंट हुआ…जिससे ये साबित हो गया उस मशीन में दो अलग-अलग बटन दबाने पर ही वोट बीजेपी को गया। हालांकि ये ट्रायल था लेकिन वीवीपैट मशीन से इस तरीके का छेड़छाड़ होना ईवीएम के साथ-साथ वीवीपैट की सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़े करता है। इस मामले को चुनाव आयोग ने संज्ञान में लेते हुए रिपोर्ट तलब की है। आपको बता दें कि भिंड के अटेर में अगले सप्ताह उपचुनाव होना है। जिसे देखते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी सलीना सिंह ने ईवीएम और वीवीपैट की चेकिंग की। जिसके बाद दो अलग-अलग बटन दबाने पर भी कमल के फूल का ही पर्ची निकला। जिसके बाद वीवीपैट की सुरक्षा पर सवाल खड़े होने शुरू हो गए। कांग्रेस समेत अन्य कई दलों ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। आपको बता दें कि यूपी उत्तराखंड और पंजाब के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को अप्रत्याशित मत मिले थे। जिसके बाद से ईवीएम की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े होने शुरू हो गए थे।