पीएम द्वारा तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने के ऐलान के बाद 26 नवंबर 2020 से ही दिल्ली-एनसीआर के चारों बार्डरों पर किसान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार प्रदर्शनकारी अब 29 नवंबर को दिल्ली में प्रवेश करने की जिद्द पर अड़े हुए हैं।
तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को सुधार के विरोध में प्रदर्शन का एक साल पूरा होने पर शुक्रवार को सिंघु, टीकरी और यूपी बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों की संख्या में बढ़ोतरी भी देखने को मिली। बॉर्डर पर पंचायत भी हुई जिसमें आगामी रणनीति पर चर्चा की गई।
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किसान आंदोलन को लेकर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि एमएसपी पर कानून बनने और अन्य मांगें पूरी होने के बाद ही आंदोलन खत्म किया जाएगा। शनिवार को सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा की अहम बैठक होगी। उसमें लिए गए निर्णय के अनुसार अगला कदम उठाया जाएगा। राकेश ने कहा फिलहाल 29 नवंबर को यहां से 30 ट्रैक्टरों से 500 किसान संसद भवन जाने के लिए तैयार हैं।
शिवानी चौधरी