15 फरवरी से सरकार FASTTag को अनिवार्य करने जा रही है। सरकार के पिछले आदेशों
के बावजूद कई लोग टोल पर कैश का प्रयोग कर रहे हैं, लेकिन अब सरकार ने फास्टैग
को अनिवार्य करने की घोषणा की है। सरकार ने यह फैसला कोविड संक्रमण के चलते भी
लिया है। फास्टैग के यूज से कैश का लेन-देन बिल्कुल खत्म किया जा सकेगा,
जिससे लोगों के इंफेक्ट होने का खतरा भी कम होगा। ‘FASTTag भुगतान विकल्प’
देश भर में राष्ट्रीय राजमार्गों पर 720 से अधिक टोल प्लाजा पर उपलब्ध है।
यह कई बैंकों द्वारा जारी किया जा रहा है, जिसमें एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक,
आईसीआईसीआई बैंक, कोटक बैंक, पेटीएम पेमेंट्स बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक
आदि शामिल हैं।
क्या है फास्टैग ?
FASTTag एक प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट सिस्टम है। फास्टैग को नेशनल पेमेंट
कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा डेवलेप किया गया है। फास्टैग रेडियो फ्रिक्वेंसी
आइडेंटिफिकेशन सिस्टम पर आधारित है, जिससे वाहन के टोल पर बिना रुके पेमेंट
लिया जा सकता है। कई लोग फास्टैग के बारे में पूरी तरह नहीं जानते, यही कारण है
कि लोगों ने इतने लंबे समय में भी FASTTag का प्रयोग करना शुरू नहीं किया है।
-राही ।
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