
चार महीने बाद हरिद्वार-ऋषिकेश में गंगाजल की जांच में जल
की शुद्धता में काफी सुधार देखने को मिला है। कुंभ में स्नान के लिए
आने वाले श्रद्धालु अब बेफिक्र होकर गंगाजल में डुबकी लगा सकेंगे।
बीते चार महीने में गंगाजल पीने योग्य नहीं था,परन्तु गंगाजल पूरी
तरह से स्वच्छ और पीने योग्य है। कुंभ मेले से पूर्व प्रदूषण नियंत्रण
बोर्ड द्वारा की गई जांच से साफ हो गया है कि, गंगाजल अब पूरी तरह स्वच्छ है।
पिछले वर्ष सितंबर से अक्टूबर में प्रदूषण काफी हद तक बढ़ गया था,
जिसका पीएच लेवल 8.31 तक पहुंच गया था।
लॉकडाउन खुलने के बाद अचानक से बढ़ा था प्रदूषण
बता दें कि यह प्रदूषण लॉकडाउन खुलने के बाद अचानक से बढ़ गया था।
लगातार बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए प्रशासन ने सर्तकता बढ़ा दी थी जिससे
काफी हद तक प्रदूषण कम हुआ था। मकरसंक्रांति स्नान के बाद जल के
सेंपल को जांच के लिए भेजा गया था जिसमें यह स्पष्ट हो गया है
कि गंगाजल अब पूरी तरह से स्वच्छ और साफ है।
– निशा
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