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यहां ढाबे पर खाने के पैसे मांगना संचालक को पड़ा भारी! -पढ़ें क्या है पूरा मामला

लालकुआं कोतवाली क्षेत्र में लड़ाई झगड़े एवं चोरी की घटनाएं दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं बदमाशों के हौसले इतने बढ़ गए हैं कि भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी लोगों को पीटते नजर आ रहे हैं चाहे वो कोतवाली चौराहा हो या फिर क्षेत्र के होटल ढाबे बदमाशों में पुलिस का कोई खोफ नहीं है वही क्षेत्र में बढ़ती अपराधिक घटनाओं पर स्थानीय पुलिस ने अपनी आंखें मूंद रखी है।

लालकुआं कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत ट्रांसपोर्ट स्थित नर्सरी के पास ढाबे पर खाने के पैसे मांगना ढाबा संचालक को भारी पड़ गया आधा दर्जन दबंग शराबियों ने पैसे मांगने पर ढाबा संचालक सहित ढाबे स्टाफ के साथ मारपीट की इतना ही नहीं नशे में चूर दंबगों ने ढाबे में जमकर तोड़फोड़ करते हुए गल्ले में रखे सभी पैसे भी लेकर फरार हो इधर पीड़ित ने पुलिस में मामले की शिकायत दर्ज कराई है वहीं पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए उनकी तलाश शुरू कर दी है। बताते चलें कि कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत ट्रांसपोर्ट नगर स्थित नर्सरी के पास प्रकाश कुमार का ढाबा है बीती शुक्रवार की रात लगभग आधा दर्जन से अधिक लोग उसके ढाबे पर खाना खाने आए जिसके बाद उन्होंने ऑर्डर देकर खाना खाया जब ढाबा संचालक प्रकाश द्वारा खाने के उनसे पैसे मांगे तो उन्होंने प्रकाश के साथ गाली-गलौच करते हुए जमकर मारपीट शुरू कर दी इस दौरान बीच-बचाव में आये स्टाफ को भी दबंगों ने नहीं बख्शा और उन्हें भी जमकर पीटा इतना ही नहीं दंबगों ने ढाबे में जमकर तोड़फोड़ की साथ ही गल्ले में रखे सभी पैसे भी लेकर फरार हो गए। पीड़ित द्वारा कोतवाली पुलिस को लिखित शिकायत कर दी है फिलहाल पुलिस मामले कि जांच में जुटी है। *प्रतिदिन बढ़ती जा रही है घटाएं* लालकुआं कोतवाली क्षेत्र में लड़ाई झगड़े एवं चोरी की घटनाएं दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं बदमाशों के हौसले इतने बढ़ गए हैं कि भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी लोगों को पीटते नजर आ रहे हैं चाहे वो कोतवाली चौराहा हो या फिर क्षेत्र के होटल ढाबे बदमाशों में पुलिस का कोई खोफ नहीं है वही क्षेत्र में बढ़ती अपराधिक घटनाओं पर स्थानीय पुलिस ने अपनी आंखें मूंद रखी है। *होटल और ढाबों पर मिल रही है शराब* लालकुआं कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत अधिकतर संचालित होटल, ढाबों एवं ठेलों पर बड़ी आसानी से अवैध शराब मुहैया हो रही है ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी स्थानीय प्रशासन को नहीं है लेकिन सूत्रों की माने तो स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों को शराब के ठेकेदार द्वारा कार्यवाही नहीं करने के माहवार लिफाफे मिलते है लेकिन वहीं दूसरी और प्रशासनिक अधिकारी लिफाफों के चक्कर में प्रदेश सरकार को राजस्व हानि पहुंचा रहे है ऐसे में ढाबों, होटलों पर ना तो प्रशासन अवैध शराब पकड़ने जाता है और न ही अवैध शराब बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के लिए कोई कदम उठा रहा है स्थानीय प्रशासन तो बस अपनी कुंभकर्णीय नींद में सोया हुआ है जिसके चलते होटल ढाबों पर शराब की बिक्री जा रही है।

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