खबर के मुताबिक, Imran Khan ने पाक अधिकृत कश्मीर (POK) में एक रैली को संबोधित
करते हुए कहा, ”जब भारतीय अधिकृत कश्मीर और आजाद कश्मीर के निवासियों को अपना
भविष्य तय करने का अधिकार मिलेगा, और जब कश्मीर के लोग पाकिस्तान को चुनेंगे तो
इंशाअल्लाह पाकिस्तान कश्मीरियों को यह फैसला करने का अधिकार देगा कि वे पाकिस्तान
का हिस्सा होना चाहते हैं या आजाद रहना चाहते हैं।” हालांकि, पूरी दुनिया जानती है कि
भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद जम्मू-कश्मीर कुछ दिनों के लिए आजाद रहा तो किस
तरह पाकिस्तान ने यहां हमला करके खून की नदियां बहा दी थी। इसके बाद ही जम्मू-कश्मीर
के महाराजा हरि सिंह ने रियासत के भारत में विलय का फैसला किया।
Imran Khanने कश्मीर मुद्दे को इस्लाम से जोड़ते हुए कहा, ”पूरा पाकिस्तान जम्मू कश्मीर के
लोगों के साथ खड़ा है। ना केवल पूरा पाकिस्तान बल्कि मुस्लिम दुनिया आपके साथ खड़ी है।
” लेकिन अगले ही पल उन्होंने अपने सुर बदले और कहा, ”यदि मुस्लिम सरकारें किसी वजह
से आपको आज समर्थन नहीं दे रही हैं, तो मैं आपको विश्वास दिला सकता हूं कि पूरी दुनिया के
मुस्लिम आपके साथ खड़े होंगे।”
लेकिन भारत ने पहले ही यह साफ कर दिया है कि पाकिस्तान से तब तक कोई बातचीत नहीं
होगी जब तक वह आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता। Imran Khan ने कहा,
”आज मैं फिर कह रहा हूं कि साथ मिलकर कश्मीर मुद्दे का समाधान करें और इसके लिए
पहले आपको आर्टिकल 370 को फिर बहाल करना होगा। हम फिर बातचीत के लिए तैयार हैं,
इसे कभी हमारी कमजोरी ना समझें।”
-निशा मसरूर
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