भारत की वैक्सीन डिप्लोमेसी की पूरी दुनिया कायल हो गई है।
जिस तरह से भारत ने मुश्किल वक्त में दूसरे देशों के साथ दिया है,
उससे संयुक्त राष्ट्र तक प्रभावित है।
नई दिल्ली यूएन चीफ की उच चिंता को भी दूर करने में लगी है,
जिसमें उन्होंने सभी देशों को समान रुप से वैक्सीन
उपलब्ध कराने पर जोर देते हुए कहा था
कि सिर्फ 15 देशों में 70 फीसदी वैक्सीन इस्तेमाल हो रही है।
इसके मघेनजर अब भारत पड़ोसी देशों को वैक्सीन
उपलब्ध कराने के बाद कैरेबियाई देशों का रुख कर रहा है।
भारतीय वैक्सीन मुफ्त दी जाएगी
भारत अब ऐसे देशों को कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने
की तैयारी कर रहा है, जो महामारी से जंग में पीछे छूट रहे थे।
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, लैटिन अमेरिका, कैरैबियाई देशों
और अफ्रीका महादवीप के कुल 48 देशों में वैक्सीन की सप्लाई की योजना बनाई जा रही है।
कहा गया कि ये वैक्सीन डिप्लोमेसी के तहत भारत
ने अब तक दुनिया में वैक्सीन के 22.9 मिलियन टीके बांटे है,
जिसमें 64 लाख से ज्यादा गरीब देशों को बतौर गिफ्ट दिए गए है।
यूएन से भी किया वादा, दुनिया भारतीय वैक्सीन डिप्लोमेसी की मुरीद हो गई है।
भारत बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, म्यांमार, श्रिलंका
आदि देशों को पहले ही वैक्सीन उपलब्ध करा चुका है।
इसके अलावा उसने डोमिनियन रिपब्लिक को कोरोना के 30 हजार टीके दिए है।
इसी तरह फरवरी की शुरुआत में भारत ने बारबाडोस
को 10 हजार टीके उपलब्ध कराए थे।
वहीं संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के लिए भी
भारत ने दो लाख से ज्यादा वैक्सीन देने का वादा किया है।
यही कारण है कि पूरी दुनिया भारत की वैक्सीन डिप्लोमेसी की मुरीद हो गई है।
दुनिया भर में हो रही भारत कि तारीफ
दुनिया के कई देशों के अलावा अंतरराष्ट्रीय मीडिया में
भी भारत की वैक्सीन डीपलोमेसी की चर्चा है। वॉल स्ट्रीट
जर्नल के पत्रकार एरिक बेलमन ने अपने एक ट्वीट में कहा
कि वैक्सीन डिप्लोमेसी की रेस में भारत ने सबको चौंका दिया है और
वैश्र्विक लीडर बनकर उभरा है। उन्होंने आगे लिखा कि भारत ने
अपने नागरिकों के लिए तय की गई वैक्सीन की संख्या के मुकाबले तीन गुना
ज्यादा टीका दुनिया भर के देशों को निर्यात कर सकता है।
वहीं, न्यूसॉर्क टाइम्स ने भारत की वैक्सीन डिप्लोमेसी को चीन को कांउटर करने की कोशिश बताया है।
अपनी एक रिपोर्ट में निर्माता देश है, जो अपने पड़ोसियों
और गरीब देशों को करोड़ों वैक्सीन उपलब्ध करा रहा है।
-संध्या कौशल
यह भी पढ़े- महा-कुम्भ मेला केवल 28 दिनों का होगा, कोरोना के चलते लिया फैसला