सरोजिनी नायडू का जन्म 13 फरवरी 1879 को हुआ था
और 2 मार्च 1949 को उनका निधन हुआ था।
उन्होनें देश की आजादी के लिए भारतीए राष्ट्रीय आंदोलन
में सक्रिय रुप से भाग लिया था।
यह सरोजिनी नायडू का 141वां जन्म दिवस है।
सरोजिनी नायडू ना केवल एक स्वतंत्रता सैनानी थी,
बल्कि वे संयुक्त प्रांत, वर्तमान उत्तर प्रदेश की पहली महिला राज्यपाल बनीं।
उनके काम और योगदान का सम्मान करते हुए,
यह दिन देश में महिलाओं के विकास का जश्न मनाने का भी प्रतीक है।
उनके जन्मदिन के मौके पर उनकी कुछ रचनाओं पर नजर डालते हैं…..
सरोजिनी नायडू की साहित्यिक रचनाएं:
1905 में प्राकाशित गोल्डन थ्रेशोल्ड उनकी पहली कविता संग्रह थी
द वर्ड ऑफ टाइम: जीवन, मृत्यु और वसंत के गीत,द मैजिक ट्री,
द विज़ार्ड मास्क, द सेप्ट्रेड फ्लूट: सॉन्ग्स ऑफ इंडिया,
इलाहाबाद: किताबीस्तान , द इंडियन वीवर्स।
हम सभी अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के बारे में जानते हैं
जो 8 मार्च को पड़ता है, लेकिन भारत 13 फरवरी को महिला दिवस
मनाता है और वर्तमान स्तिथि में इस दिन को मनाना बहुत जरुरी है।
ऐसे समय में जब हम अभी भी समानता और महिला सशक्तीकरण
के लिए संघर्ष कर रहे हैं, राष्ट्रीय महिला दिवस बहुत जरुरी है।
-अंशिका गौड़
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