
चीनी सीमा से सटे उत्तराखंड की नीती घाटी को सरकार पर्यटन के रुप में विकसित करने जा रही है।
पर्यटन के रुप में बढ़ावा मिलने से इस घाटी की रौनक ओर भी निखर जाएगी।
इसके साथ ही सरकार ने इनर लाइन को भी खत्म कर दिया है।
इनर लाइन के खत्म होने से इस घाटी में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
नीती घाटी और टिंबरसैंण महादेव की यात्रा को दी जाएगी मंजूरी
पिछले दिनों पहले पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर योजना की समीक्षा की।
इस बैठक में मुख्य रुप से पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर, पर्यटन अपर सचिव सोनिका,
प्रबंधक निदेशक गढ़वाल मंडल विकास निगम आशीष चौहान, प्रबंधक निदेशक के.एम.वी.एन. और
अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी यू.टी.डी.बी. रोहित मीना समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
सतपाल महाराज के मुताबिक टिंबरसैंण महादेव की यात्रा को मंजूरी दी गई है
और नीति घाटी में पर्यटन को भी बढ़ावा दिया जाएगा। टिंबरसैंण महादेव में भी
अमरनाथ की तरह ही शिवलिंग की रचना होती है।
वहीं टिंबरसैंण महादेव की यात्रा इनर लाइन के कारण शुरु नहीं की जा रही थी,
लेकिन इनर लाइन के खत्म होने से यह यात्रा मार्च 2021 में शुरु की जा सकती है।
डबल लेन सड़क का भी किया जा रहा है निर्माण
नीती घाटी में डबल लेन सड़क का निर्माण भी किया जा रहा है।
इस सड़क का निर्माण नीती घाटी से माणा घाटी तक होना है।
वहीं अभी तक ये सड़क सींगल लेन है, जिसमें स्थानीय लोगों और
भारतीय सेना के वाहनों की आवाजाही भी परेशानियां होती हैं।
इसका निर्माण होने के बाद पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और
भारतीय सेना को अपने वाहनों को ले जाने में भी आसानी होगी।
यह भी पढ़ें-उत्तराखंड की चाय को ब्रांड के रूप में स्थापित करने की तैयारी