farm bills पर सरकार के 9वें दौरे की वार्ता का बेनतीजा होने पर भाकियू के प्रवक्ता
Rakesh Tikait ने कहा कि किसानों को मुकदमे की तरह तारीख मिल रही है।
किसान पेशी की तरह जाते रहेंगे क्या उन्होंने कहा आंदोलन का हल बातचीत से नही मिलेगा।
वार्ता मे कोई निष्कर्ष नही निकलने पर आंदोलनकारी किसानों का गुस्सा और बढ़ गया है।
किसानें का कहना है कि बिना farm bills वापस कराए वह आंदोलन से नही जाने वाले ।
Rakesh Tikait ने कहा कि सरकार को जितनी चाले चलनी थी,चल चुकी है।
अब किसान बताएंगे कि कैसे इसे बाहर आ सकती है। उन्होंने कहा कि पहली बार
आवश्यक वस्तु अधिनियम पर चर्चा हुई। अगली बैठक में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर चर्चा
की जाएगी। यूपी गेट पर किसानों का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है। किसानें का कहना है
कि अब हमने ठान ली है। बिना farm bills वापसी घर नही जाएंगे। किसान नेता जगतार सिंह
बाजवा ने कहा कि farm bills केवल किसानों के लिए नही है, यह तो देश के 130 करोड़
लोगों से जुड़ा मामला है। farm bills वापस न होने से आम लोग भी परेशान होंगे।
-किरन
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