
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निर्देशक एस.पी जननथन का रविवार की सुबह 10 बजे निधन हो गया। उनकी उम्र 61 साल थी। उन्होंने चेन्नई के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। एस.पी जननथन कुछ दिन पहले अपने घर पर बेहोश मिले थे जिसके बाद उन्हें पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
चेन्नई के अपोलो अस्पताल में उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी और वह वेटिंलेटर पर थे। उनके निधन से तमिल फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर है। निर्देशक अरुमुग कुमार ने ट्वीट पर लिखा कि ‘हमारे निर्देशक एस.पी जननथन सर, जिनकी हालत गंभीर थी और अपोलो अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था, आज सुबह उनका दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।
उनकी आत्मा को शांति मिले। ‘एस.पी जननथन अपनी आने वाली पॉलिटिकल थ्रिलर लाबम के एडिटिंग में व्यस्त थे। उन्होंने फैसला किया था कि वह फिल्म एडिटिंग से कुछ समय के लिए ब्रेक ले रहे हैं और लंच के लिए घर जा रहे हैं। जब वह वापस नहीं लौटे तो उनकी टीम के सदस्य उनके घर पहुंचे और देखा कि एस.पी जननथन फ्लोर पर बेहोश पड़े हैं।
बता दें कि लाबाम में अभिनेता विजय सेतुपति और श्रुति हासन मुख्य भूमिकाओं में हैं। बतौर निर्देशक एस.पी जननथन की पहली फिल्म इयारकाई थी। जिसे 2003 में बेस्ट फीचर फिल्म (तमिल) के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला।
-मानवी कुकशाल
यह भी पढ़े-आजादी की स्वर्णजयंती में बांग्लादेश में शामिल होंगे पीएम मोदी