बता दे की मुरादाबाद में जन सुविधा केंद्र संचालक ने यातायात पुलिस और न्यायालय की आईडी हैक कर ली। उसने ई चालान की धनराशि कम और डिलीट करके सरकार का लाखों रुपये का राजस्व नुकसान पहुंचा दिया। और पुलिस ने जन सुविधा संचालक समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि इस गिरोह में शामिल तीन आरोपी फरार हैं।
इसमें एक आरोपी अभि कुमार लाल मिश्रा उर्फ आर्य कुमार मिश्रा अयोध्या में आरटीओ कार्यालय में क्लर्क और दूसरा आरोपी दीपक राज कानपुर कचहरी में क्लर्क बताया जा रहा है। गिरोह का सरगना शाने आलम पहले अपने भाई की नल-पंप की दुकान पर काम करता था। यहां से ही उसने लोगों के ई चालान जमा करने का काम शुरू किया था।
आरोपी मुरादाबाद निवासी लोगों के दूसरे जनपदों में भी जाकर ई चालान जमा करते थे। शाने आलम एक दिन कुशीनगर ई चालान जमा करने गया था। वहां आरोपी के सामने ही कर्मचारी ने धीरे धीरे आईडी खोली थी। तब उसने पूरी प्रक्रिया समझ ली थी। वहां से लौटने के बाद आरोपी ने वो ही आईडी अपने कंप्यूटर पर खोलकर देखी। जिसमें वह सफल हो गया था।मुरादाबाद यातायात पुलिस में तैनात कांस्टेबल अंकित कुमार ने मझोला थाने में आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468, 471 और आईटी एक्ट 66 डी व 72 में दर्ज कराया है। जिसमें बताया गया कि पुलिस से संबंधित ई चालानों का पर्यवेक्षण किया जाता है। अगस्त 2022 की मासिक रिपोर्ट डाउन करने पर पाया गया कि चालान से संबंधित प्रचलित आईडी में सेंध लगाकर समांतर मेल आईडी बनाकर ई चालान की धनराशि कम और डिलीट की है। साइबर सेल से एनआईसी मुख्यालय लखनऊ से रिपोर्ट मांगी गई। जिससे पता चला कि आईडी में लगाया गया नंबर शाने आलम का है।