Chamoli जिले में आई दैवीय आपदा में अभी भी बचाव और राहत कार्य चल रहा है।
जहां अभी तक 200 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं।
और 19 लोगों के शव बरामद किए जा चुके है। साथ ही लापता लोगों में तपोवन
एनटीपीसी प्रोजेक्ट की टनल में फंसे 35 लोगों को बचाने का काम लगातार जारी है।
Chamoli में आई इस आपदा के कारणों को लेकर सभी तकनीकी पहलुओं पर कल
से ही काम शुरु हो गया है।
आपदा के कारणों का पता लगाने के लिए उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा केंद्र
सरकार ने इसरो को चार्टर लागू करने के लिए प्रेषित किया था।
इसरो को विदेशी प्राइमरी कंपनी से मिली तस्वीरों से चौंकाने वाली बातें सामने आई है।
बताया जा रहा है कि Chamoli में धौली गंगा नदी के ओरिजन नंदा देवी के पहाड़ों पर
पिछले 2 फरवरी से 5 फरवरी तक भारी बर्फवारी हुई थी।
जिसके चलते भारी मात्रा में बर्फ जमा हो गई थी।
और जब Chamoli में 6 फरवरी को मौसम साफ हुआ तो बर्फ का पूरा हिस्सा नीचे
खिसक गया। जोकि बारिश की छवि में साफ दिख रहा है। सूरज की रोशनी से यह
ग्लेशियर खिसक गया और तेज वेग में पानी और मलबा को बहा ले गया।
किरन
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