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काशीपुर में चला “वक्फ सुधार जन जागरण अभियान”….मुस्लिन समुदायों ने भी लिया हिस्सा
काशीपुर में वक्फ सुधार जन जागरण अभियान चलाया गया, खास बात यह रही कि इस अभियान में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी खासी रुचि दिखाई और हिस्सा लिया। इस खास कार्यक्रम में सांसद अजय भट्ट और राज्यसभा सांसद कल्पना सैनी शामिल हुए। सभा को संबोधित करते हुए दोनों नेताओं ने वक्फ संशोधन विधेयक 2024 को मुस्लिम समाज के हक में बताया और कहा कि मोदी सरकार ने ऐसा ऐतिहासिक कदम उठाया है, जिससे समाज के वंचित तबकों को सीधा लाभ मिलेगा।
काशीपुर में चला “वक्फ सुधार जन जागरण अभियान”
काशीपुर में वक्फ संशोधन को लेकर बड़ा जनजागरूकता अभियान चलाया गया। जनपद उधम सिंह नगर के काशीपुर स्थित पवार रिजॉर्ट में “वक्फ सुधार जन जागरण अभियान” का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग उपस्थित रहे। इस खास कार्यक्रम में सांसद अजय भट्ट और राज्यसभा सांसद कल्पना सैनी शामिल हुए। सभा को संबोधित करते हुए दोनों नेताओं ने वक्फ संशोधन विधेयक 2024 को मुस्लिम समाज के हक में बताया और कहा कि मोदी सरकार ने ऐसा ऐतिहासिक कदम उठाया है, जिससे समाज के वंचित तबकों को सीधा लाभ मिलेगा। राज्यसभा सांसद कल्पना सैनी ने कहा कि वक्फ की संपत्तियों पर अब तक कुछ गिने-चुने चेहरों ने कब्जा जमा रखा था, जो खुद को वक्फ की ‘जहांगीर’ समझते थे। उन्होंने आगे कहा कि जो संपत्ति गरीब मुसलमानों के लिए थी, वही संपत्ति कुछ रसूखदारों ने अपने फायदे के लिए इस्तेमाल की बड़े-बड़े होटल बना लिए, निजी लाभ कमाया, लेकिन न तो गरीबों को अच्छी शिक्षा मिल पाई, और न ही उनकी गरीबी दूर हुई।अजय भट्ट ने यह भी कहा कि मोदी सरकार के इस संशोधन से अब वक्फ संपत्तियों में पारदर्शिता आएगी और जिनके लिए ये संपत्ति थी, उन्हें अब उनका हक मिलेगा। मीडिया से बातचीत करते हुए केंद्रीय मंत्री ने विपक्ष पर सीधा हमला बोलते हुए कहा “विपक्ष सिर्फ झूठ की बुनियाद पर लोगों को गुमराह कर रहा है। मुद्दाहीन विपक्ष अब अफवाहों का सहारा ले रहा है। लेकिन जो लोग खुद को इस सिस्टम का मालिक समझते थे, उनकी मनमानी पर अब लगाम लगेगी।” कार्यक्रम में शामिल मुस्लिम समुदाय के कई लोगों ने भी इस संशोधन का समर्थन किया और कहा कि लंबे समय से जो संपत्तियां सिर्फ नाम के लिए वक्फ कहलाती थीं, अब वे वास्तव में समाज के जरूरतमंदों तक पहुंचेंगी। सरकार की ओर से साफ संकेत दिया गया कि अब समानता का अधिकार सिर्फ कागजों पर नहीं रहेगा बल्कि हर वर्ग और धर्म के लोगों ओर महिलाओं को बराबरी का अधिकार दिया जाएगा। तो वक्फ संपत्तियों पर अब तक छाया जो साया था, वो हटाया जा रहा है। सरकार इसे गरीबों का हक लौटा देना मान रही है, जबकि विपक्ष इसे अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर हमला बता रहा है। अब देखना होगा कि ये संशोधन ज़मीन पर कितना असर दिखाता है।लेखक- शुभम तिवारी (HNN24X7)