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पाकिस्तान को धूल चटाने को भारतीय अर्धसैनिक बल काफी….पूर्व सैनिकों ने भरी हुंकार, बोले हम हैं तैयार
पाकिस्तान में पनप रहे आतंकवाद और पहलगाम आतंकी हमले के विरुद्घ भारत ने मुंहतोड़ जवाबी कार्रवाई करी है। इसी कड़ी में मद्रास रेजीमेंट व इंटेलिजेंस से सेवानिवृत्त कर्नल बीपीएस बोरा ने भी भारतीय सेना पर गर्व प्रकट करते हुए कहा कि भारतीय सेना नें ऑपरेशन सिंदूर को सफलतापूर्वक लांच कर आंतकिस्तान और आतंकवाद पर करारा तमाचा मारा है। भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर लांच कर साफ कर दिया है कि अब का भारत बदला लेना जानता है। भारत के अर्धसैनिक बल ही पाकिस्तान को पराजित करने को काफी हैं।
पाकिस्तान को धूल चटाने को भारतीय अर्धसैनिक बल काफी
पाकिस्तान में पनप रहे आतंकवाद और पहलगाम आतंकी हमले के विरुद्घ भारत ने मुंहतोड़ जवाबी कार्रवाई करी है। भारतीय वायुसेना ने बीते मंगलवार की रात जो शौर्य, पराक्रम दिखाया है उसका लोहा पूरा विश्व मान रहा है। इसी कड़ी में मद्रास रेजीमेंट व इंटेलिजेंस से सेवानिवृत्त कर्नल बीपीएस बोरा ने भी भारतीय सेना पर गर्व प्रकट करते हुए कहा कि भारतीय सेना नें ऑपरेशन सिंदूर को सफलतापूर्वक लांच कर आंतकिस्तान और आतंकवाद पर करारा तमाचा मारा है। भारतीय सेना ने पूरे विश्व को स्पष्ट कर दिया है कि यह आज का भारत है जो बदला लेना बखूबी जानता है। कर्नल आगे कहते हैं कि आज मोदी के मजबूत नेतृत्व में भारत आर्थिक महाशक्ति बन गया है, स्थिर सरकार है लिहाजा ऐसें में आतंकिस्तान से निपटना भारत के लिए बाएं हाथ के खेल के बराबर है। पाकिस्तान जैसे आतंकी देश को पराजित करने के लिए भारतीय अर्धसैनिक बल की पर्याप्त है।आज का भारत, सक्षम भारत
कर्नल बीपीएस बोरा अपने सेवाकाल का एक किस्सा साझा करते हुए बताते हैं कि जब सन् 1974 में वे जम्मूकश्मीर के पुंछ में तैनात थे तो उस वक्त भी अक्सर पाकिस्तानी फौजी भारतीय इलाके में आ जाया करते थे और जब उन्हें मना किया जाता तो उसपर वे कहते थे कि तुम कुछ नहीं कर पाओगे। कर्नल बोरा ने कहा कि उस समय के राजनीतिक नेतृत्व में बस यह कमी थी कि यदि सीमा पर घुसपैठ की सूचना दी जाती तो सूचना पहले पहले ब्रिगेड, फिर डिविजनल, कोर कमांडर , सेना मुख्यालय से सरकार तक जाती थी और उसके बाद सरकार मना कर देती थी। पाकिस्तान की सेना कहती थी कि हम तो जेब में ही लड़ाई के आदेश लेकर चलते हैं, तुम हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पाओगे, लेकिन आज वक्त और राजनीतिक नेतृत्व पूर्णत: बदल चुका है। कर्नल बोरा कहते हैं कि बालाकोट के समय भारत के पास राफेल नहीं था, आज तो पूरी अंतरराष्ट्रीय बिरादरी भारत के साथ है। आज का भारत सक्षम भारत है, भारतीय सेना के पास आज अत्याधुनिक हथियार मौजूद हैं, राष्ट्र के पास मजबूत प्रधानमंत्री है। उन्होंने कहा कि भारत अब उस युग में खड़ा है जहां एक ओर सरकार की ओर से मॉकड्रिल की जानकारी दी गई तो वहीं दूसरी ओर सेना ने रात में ही अपना शौर्य प्रदर्शित कर दिया, जिसका गवाह संपूर्ण विश्व है। वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान भी यह नहीं समझ पाया कि भारत ऐसा भी कुछ कर सकता है। भारत ने पाकिस्तान में केवल आतंकी ठिकानों को ही निशाना बनाया, किसी नागरिक या पाकिस्तान की सेना को नहीं। आतंक के विरुद्ध लड़ाई हमारा अधिकार व कर्तव्य दोनों है।पूर्व सैनिकों ने भरी हुंकार, कहा हम हैं तैयार
भारतीय सेना के अदम्य साहस के परीचय पर गौरव महसूस करते हुए गौरव सेनानी संगठन ने आपरेशन सिंदूर को दुश्मन पर बड़ी चतुराई के साथ किया गया कड़ा प्रहार बताया है। गौरव सेनानी संगठन ने कहा कि आज भारत की तमाम जनता एकजुट होकर पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए तैयार है। सचिव गिरीश जोशी ने कहा कि पाकिस्तान ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि भारत इतने अंदर भी हमला कर सकता है, लेकिन मंगलवार रात जो हुआ उसे पूरी दुनिया ने देखा। पाकिस्तान तब से दहशत में है। उन्होंने कहा कि आज भारत के पूर्व सैनिक, पूर्व अर्धसैनिक सीमा पर सीना तान कर लड़ने के लिए पूर्णत: तैयार हैं। यदि देश में युद्ध जैसी स्थिति पैदा होती है तो हम पूर्व सैनिक आज भी देश के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से पूर्व सैनिकों, पूर्व अर्द्धसैनिकों को देश हित में जो भी आदेश जारी होगा, पूर्व सैनिक तैयार और देश के लिए समर्पित हैं और देश में किसी भी आपातकालीन स्थिति में कभी भी सैनिकों की जरूरत हो तो मौका जरूर दिया जाए।लेखक- शुभम तिवारी (HNN24X7)