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उत्तराखंड देवभूमि के पर्यटन को लगे पंख….दो वर्षों में पंजीकृत हुए इतने टैक्सी वाहन
उत्तराखंड का हल्द्वानी जिला पर्यटन की दिशा में निरंतर अग्रसर हो रहा है, हल्द्वानी में न सिर्फ पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिला है बल्कि रोजगार की दृष्टि से भी जिले की आर्थिकी में मजबूती आई है। टैक्सी व्यवसाय में वृद्धि के कारण पिछले एक वर्ष में टैक्सी वाहनों की बिक्री में 15 प्रतिशत तक की वृद्धि दर्ज करी गई है, इस बात की पुष्टि स्वयं उत्तराखंड सरकार के वाहन सेवा पोर्टल में उपलब्ध नई गाड़ियों के पंजीकरण के आंकड़े करते हैं। वहीं उत्तराखंड में पर्यटन क्षेत्र की नई उड़ान से रोजगार के नए अवसर भी सृजित हो रहे हैं।
उत्तराखंड देवभूमि के पर्यटन को लगे पंख
उत्तराखंड एक पर्वतीय राज्य है जहां धामों के दर्शन और पहाड़ के नैसर्गिक सौंदर्य को निहारने देश-विदेश से लाखों लोग देवभूमि का रुख करते हैं, आंकड़ो के अनुसार बीते कुछ ही सालों में उत्तराखंड में प्रवास करने वाले सैलानियों की संख्या में वृद्धि हुई है। पर्यटकों की पंसद बनते जा रहे उत्तराखंड में पर्यटन और रोजगार को भी पंख लग चुके हैं। उत्तराखंड का हल्द्वानी जिला पर्यटन की दिशा में निरंतर अग्रसर हो रहा है, हल्द्वानी में न सिर्फ पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिला है बल्कि रोजगार की दृष्टि से भी जिले की आर्थिकी में मजबूती आई है। वहीं उत्तराखंड में पर्यटन क्षेत्र की नई उड़ान से रोजगार के नए अवसर भी सृजित हो रहे हैं। उत्तराखंड में वर्तमान समय पर टैक्सी संचालन का कारोबार एक बेहतर स्वरोजगार की भांति उभकर सामने आया है, आपको बता दें कि उत्तराखंड के पर्यटन में तेजी आने से पिछले एक वर्ष में टैक्सी वाहनों की बिक्री 15 प्रतिशत तक बढ़ गई है। इस बात की पुष्टि स्वयं उत्तराखंड सरकार के वाहन सेवा पोर्टल में उपलब्ध नई गाड़ियों के पंजीकरण के आंकड़े करते हैं। परिवहन मंत्रालय के पोर्टल के अनुसार उत्तराखंड में अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक कुल 11,229 कार और बाइक पंजीकृत हुए थे। जबकि पिछले वित्तीय यानी अप्रैल 2024 से मार्च 2025 तक 12,667 नए वाहनों का पंजीकरण कराया गया था।दो वर्ष में नए टैक्सी वाहनों का पंजीकरण
वाहन प्रकार | वर्ष 2023-24 | वर्ष 2024-25 |
मोटर कैब | 8015 | 8757 |
मोटर साइकिल व स्कूटी | 2816 | 3272 |
दो वर्षों में पंजीकृत हुए इतने टैक्सी वाहन
उत्तराखंड में पर्यटन में हुई वृद्धि से टैक्सी संचालन स्वरोजगार भी काफी आगे बढ़ चुका है, यदि श्रेणीवार तुलना करी जाए तो 1 वर्ष में साधारण टैक्सी कार के 10 प्रतिशत तक और लग्जरी कारों के पंजीकरण में 60 में वृद्धि देखने को मिली है। जबकि वहीं टैक्सी बाइक और स्कूटी के रजिस्ट्रेशन में यह आंकड़ा 16 प्रतिशत तक बढ़ चुका है। यह आंकड़े उत्तराखंड में एक वर्ष के भीतर टैक्सी वाहनों के पंजीकरण संग वाहनो के क्रय को भी दर्शाता है, इसके साथ ही इससे टैक्सी कारोबार को मिली नई रफ्तार का भी अनुमान लगाया जा सकता है। आपको बताते चलें कि साल 2023-24 में 11,229 बड़े वाहनों का क्रय टैक्सी संचालन के लिए किया गया, जबकि वहीं 12667 कार, बाइक व स्कूटी का पंजीकरण पिछले वित्तिय वर्ष हुआ था।लेखक- शुभम तिवारी (HNN24X7)