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उत्तराखंड में एक जून से खुलेगा फूलों की घाटी में पर्यटन, छात्रों के लिए मात्र 100 रुपये शुल्क…जानिए पूर्ण अपडेट
उत्तराखंड के रमणीय पर्यटन स्थलों में से एक विश्व धरोहर फूलों की घाटी अभी भी बर्फ से लदी हुई है, लिहाजा फूलों की घाटी को पर्यटकों के लिए खोलने के लिए बीते 10 अप्रैल को नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क की टीम निरीक्षण के लिए फूलों की घाटी गई थी। । विभाग के अनुसार आगामी 1 जून को फूलों की घाटी में पर्यटन प्रवेश को खोला जाना है, लिहाजा नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन इसकी तैयारियों में जुट गया है। घाटी के पैदल मार्ग में काफी अधिक मात्रा में बर्फ का अंबार लगा हुआ है,इसलिए विभाग ने मार्ग को खोलने की रणनीति को अभी अंतिम रूप नहीं दिया है।
उत्तराखंड में एक जून से खुलेगा फूलों की घाटी में पर्यटन
उत्तराखंड में 30 अप्रैल से चारधाम यात्रा शुरु होने जा रही है, इसी क्रम में उत्तराखंड में पर्यटन भी अपनी गति पकड़ने जा रहा है। उत्तराखंड के रमणीय पर्यटन स्थलों में से एक विश्व धरोहर फूलों की घाटी अभी भी बर्फ से लदी हुई है, लिहाजा फूलों की घाटी को पर्यटकों के लिए खोलने के लिए बीते 10 अप्रैल को नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क की टीम निरीक्षण के लिए फूलों की घाटी गई थी। राष्ट्रीय उद्यान की टीम ने वर्तमान परिस्थितियों का जायजा लिया जिसके बाद टीम ने वापस लौटकर जानकारी दी कि कि घाटी में घांघरिया से आगे द्वारीपुल व घूसा गदेरा समेत चार स्थानों पर हिमखंड पसरे हुए हैं, वहीं पैदल मार्ग भी बर्फ से लदालद है। इसलिए विभाग फिलहाल बर्फ पिघलने का इंतजार कर रहा है। मई शुरू होते ही टीम पैदल मार्ग से हिमखंड काटने का कार्य शुरू कर देगी। विभाग के अनुसार आगामी 1 जून को फूलों की घाटी में पर्यटन प्रवेश को खोला जाना है, लिहाजा नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन इसकी तैयारियों में जुट गया है। घाटी के पैदल मार्ग में काफी अधिक मात्रा में बर्फ का अंबार लगा हुआ है,इसलिए विभाग ने मार्ग को खोलने की रणनीति को अभी अंतिम रूप नहीं दिया है।छात्रों के लिए मात्र 100 रुपये शुल्क
विश्व धरोहर फूलों की घाटी विश्व विख्यात पर्यटन स्थल है, जहां देश-विदेश से पर्यटक मनमोहक सुंदरता को देखने के लिए आते हैं, इसलिए उत्तराखंड सरकार द्वारा फूलों की घाटी जाने के लिए भारतीय नागरिक के लिए 200 रुपये और विदेशी नागरिक के लिए 800 रुपये शुल्क निर्धारित है। वहीं भारतीय सीनियर सिटीजन व छात्र-छात्राओं को सिर्फ 100 रुपये शुल्क देना पड़ता है, जबकि 12 साल तक के बच्चों के लिए घाटी में प्रवेश निशुल्क है।लेखक- शुभम तिवारी (HNN24X7)