राजधानी देहरादून की होनहार पुलिस की ऐसी ही एक लापरवाही सामने आई है जिसने पूरे दून पुलिस महकमें की इज्जत का फालूदा कर डाला है। दरअसल देहरादून पुलिस को घंटाघर पर नो-पार्किंग पर खड़ी एक कार का चालान करना था लेकिन सारा मामला वहां से बिगड़ा जब यातायात पुलिस ने गलती से नो-पार्किंग पर खड़ी कार के नंबर में उपस्थित VY को अपनी चालान मशीन में BY डाल दिया और चालान गलत नंबर दर्ज होनें के कारण सहारनपुर में खड़ी एक स्कूटी का हो गया जो कि सहारनपुर निवासी एक व्यक्ति की थी। क्योंकि BY नंबर सहारनपुर में खड़ी एक जुपिटर स्कूटी का पंजीयन नंबर था।
जाना था देहरादून लेकिन पंहुचा सहारनपुर
आपको बता दें कि देहरादून पुलिस को घंटाघर पर नो-पार्किंग पर खड़ी एक कार का चालान करना था लेकिन गलत नंबर दर्ज होनें के कारण चालान पास खड़ी एक स्कूटी का हो गया जो कि सहारनपुर निवासी एक व्यक्ति की थी। मामला तब प्रकाश में आया जब TVS Jupiter (UK07BY1020) वाहन के स्वामी के मोबाइल फोन में उत्तराखंड यातायात पुलिस की ओर से एक मैसेज जारी होता है जिसमें उनका ऑनलाइन चालान काटा गया है। जब वाहन के स्वामी ने SMS के लिंक पर जाकर विस्तृत जानकारी देखी तो उन्हें पता चला की उनके वाहन का चालान देहरादून शहर के घंटाघर पर नो-पार्किंग पर पार्क करने पर किया गया है जिसमें उनपर 500 रुपये का जुर्माना किया गया है।
चालान का मैसेज देख वाहन स्वामी हैरान रह गए, चूंकि वाहन स्वामी एक वृद्घ हैं जो कि सहारनपुर के निवासी हैं और वे हृदयरोगी भी हैं और जब चालान हुआ तब भी स्कूटी उनके पास ही थी। चालान यातायात पुलिस के निरीक्षक जितेंद्र जोशी की ओर से किया गया था। जब वाहन स्वामी ने निरीक्षक जितेंद्र जोशी से फोन पर वार्ता की तो पता चला कि यह गलती आनलाइन चालान मशीन में वाहन का पंजीयन नंबर गलत दर्ज करने के कारण हुई है।
गलती पुलिस की, परेशानी वाहन स्वामी की
पुलिस की इस गलती का खामियाजा अब बुजुर्ग वाहन स्वामी को भरना पड़ रहा है उन्हें प्रशासन की ओर से यातायात कार्यालय आकर प्रार्थना-पत्र देने को कहा जा रहा है लेकिन हृदयरोगी होने के कारण वृद्ध वाहन स्वामी ने पुलिस कार्यालय में आने में अस्मर्थता जताई, लेकिन निरीक्षक चालान निरस्त करने को तैयार नहीं हुए।
लापरवाही की होगी कड़ी कार्यवाही
उक्त मामले को संज्ञान में लेते हुए यातायात पुलिस अधिक्षक मुकेश ठाकुर ने बताया कि हमारी ओर से मामले की जांच की जा रही है और लापरवाह पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ उचित कार्यवाही करी जाएगी। जो भी पुलिसकर्मी संबंधित मामले में दोषी पाए जाते हैं उनपर प्रशासन कड़ी कार्यवाही करेगा और सुनिश्चित करेगा कि ऐसी गलती दोबारा ना दोहराई जाए।