यात्रियों की बढ़ती तादाद ने मंदिर समिति की आय को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। चुंकी भोले बाबा के भक्तों को तुंगनाथ दर्शन के साथ-साथ पर्वतिय क्षेत्र का प्राकृतिक सौंदर्य भी देखने को मिलता है।
1.4 लाख श्रद्धालुओं ने किए बाबा तुंगनाथ के दर्शन
वर्ष 2024 में तुंगनाथ मंदिर में अब तक एक लाख चालीस हजार से अधिक श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे हैं, दर्शनार्थीयों ने एक नया रिकॉर्ड स्थापित कर दिया है। बीते वर्ष की तुलना में यह काफी बड़ा आंकडा है । तुंगनाथ में यात्रिओं की बढ़ती संख्या का मुख्य कारण साढ़े तीन किमी का ट्रैक रूट है, जिसमें कई खूबसूरत बुग्याल मौजूद हैं, जो श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं। यात्रा में भक्त बाबा भोले के दर्शन के साथ-साथ प्राकृतिक सौंदर्य का भी आनंद लेते हैं। शीतकाल में बंद हुए भगवान तुंगनाथ के कपाटों को इस वर्ष 10 मई को खोला गया था और चारधाम यात्रा के साथ-साथ तुंगनाथ में भी भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। प्रतिदिन दर्शन करने आ रहे दर्शनार्थीयों की संख्या सैकड़ों में हैं। यात्रियों की भारी तादात से तुंगनाथ के पैदल ट्रेकिंग मार्ग पर रौनक बनी हुई है। कपाटों के खुलने के बाद से ही बाबा तुंगनाथ के दर्शन करने वालों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है।
श्रद्धालुओं की भारी तादात से आई केदारघाटी के पर्यटन में चमक
उत्तराखंड के पर्यटन प्रमुख केन्द्र होनें के कारण इसका अधिकांश भाग पर्यटन पर आश्रित है । तुंगनाथ में 2024 में सीजन की ओपनिंग से ही यात्रियों की संख्या पिछले दो वर्षों की तुलना में काफी बढ़ी है, जिससे मंदिर समिति की आय में इजाफा भी हुआ है और व्यापारियों के चेहरे भी खिल उठे हैं। अब तक एक लाख चालीस हजार से अधिक यात्री बाबा तुंगनाथ के दर्शन कर चुके हैं, जो कि अब तक के इतिहास में सबसे अधिक है। हांलांकि अभी भी चार सप्ताह की यात्रा बाकी है जिससे पर्यटन विभाग को यात्रियों की और भी बढ़ोतरी की संभावना है। सरकार को बाबा केदारनाथ के अलावा अन्य पंचकेदार स्थलों जैसे मदमहेश्वर, तुंगनाथ, रुद्रनाथ और कल्पेश्वर को भी बेहतर प्रचार-प्रसार और बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने की आवश्यकता है। इससे ना सिर्फ इन स्थानों पर भी पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा, बल्की इससे स्थानीय लोगों को भी रोजगार के अवसर मिलेंगे और राज्य के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
तुंगनाथ यात्रा में लगातार हो रहा इजाफा
राज्य पर्यटन विभाग के अनुसार वर्ष 2024 में तुंगनाथ मंदिर में 1,40,322 यात्री आए, जबकी वर्ष 2023 में 1,36,430 ,वर्ष 2022 में 28,198, वर्ष 2021 में 5,486, वर्ष 2020 में 4,513 और वर्ष 2019 में 17,124 यात्रीयों ने बाबा तुंगनाथ के दर्शन किए।