उत्तराखंड में शीत सत्र ने अपनी दस्तक दे दी है,पर्वतीय क्षेत्रों में हुए सत्र के प्रथम हिमपात ने प्रदेश में ठिठुरन बिखेर दी है। बीते रविवार जहां एक ओर मैदानी क्षेत्रों में हल्की-फुल्की बरसाती फुहारें बिखरीं तो वहीं पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात देखने को मिला। वहीं ऊंचाई पर स्थित पर्यटन और धार्मिक स्थल भी मौसम के बदलते मिजाज से पटे पड़े हैं। बर्फबारी से चारधाम , औली, हर्षिल, केदारकांठा, चकराता और मसूरी-धनोल्टी ने शीत सत्र के पहले हिमपात की चादर ओढ़ ली है जिसका सैलानियों ने भरपूर आनंद उठाया और सैलानी काफी खुश नजर आए। तो वहीं औली में भी पर्यटकों ने चेयर लिफ्ट पर हिम से लदी चोटियों और सुंदरता का लुफ्त उठाया।
पर्वतीय क्षेत्रों में एक ओर जहां पर्यटकों ने मौसम के बदलते मिजाज का लुफ्त उठाया तो वहीं दूसरी ओर काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा, दरअसल बर्फ के गिरने से ऊचाईं वाले पर्वतीय इलाकों में सड़कें जाम हो गईं और पर्यटकों ने काफी दिक्कतों का सामना भी किया। आपकों बता दें कि हिमपात के कारण मसूरी और धनोल्टी में मार्ग बाधित रहा जिसे साफ कर दोपहर तक चलने के लिए खोला गया और पिथौरागढ़ के ऊंचाई पर स्थित कई इलाके बर्फ से बाधित नजर आए जिससे स्थानीय लोगों-यात्रियों व पर्यटकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा और भारी बर्फबारी से बंद थल-मुनस्यारी सड़क मार्ग भी मंगलवार रात तक नहीं खोला जा सका था। प्रदेश में बदलते मौसम के चलते मौसम विभाग ने राज्य के 11 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है।
ऊपर बर्फीली चादर नीचे कंपकंपाती ठिठुरन
मैदानी इलाकों में सूखी ठंड ने लोगों को घर पर ही बैठने को मजबूर कर दिया है। हरिद्वार जैसे मैदानी इलाकों में सूखी ठंड ने लोगो की रीढ़ कपां दी है, कई लोग सूखी ठंड से बीमार पड़ने लगे हैं, तो वहीं पहाड़ी इलाकों में हिमपात की शीतलहर ने लोगों का सता रखा है। हरिद्वार की बात करें तो सोमवार की सुबह का तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया।
11 जिलों में जारी हुआ येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने शीतलहर के प्रकोप को देखते हुए 11 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है, जबकि हरिद्वार और उधमसिंहनगर जैसे मैदानी क्षेत्र इसमें शामिल नहीं है। हांलांकि, अभी भी प्रदेशभर में बारिश और हिमपात के कोई आसार नजर नंही आते।