देहरादून-दिल्ली एक्सप्रेसवे ट्रैफिक के लिए खुला
देहरादून-दिल्ली एक्सप्रेसवे के तहत 12 किलोमीटर लंबे छह लेन एलिवेटेड सेक्शन को यातायात के लिए खोल दिया गया है। 13,000 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा यह एक्सप्रेसवे चार चरणों में तैयार किया जा रहा है, जिनमें दिल्ली के अक्षरधाम से लेकर देहरादून बॉर्डर आशारोड़ी तक का हिस्सा शामिल है। एनएचएआई ने बरसाती क्षेत्रों में आने वाली दिक्कतों को देखते हुए 12 किलोमीटर का ऊंचा सेक्शन डाटकाली से गणेशपुर के बीच बनाया है। पहले बारिश के मौसम में केवल तीन लेन खुली थीं, लेकिन अब पूरी छह लेन को ट्रैफिक के लिए शुरू कर दिया गया है। इस पूरे एलिवेटेड हिस्से पर मोबाइल नेटवर्क की पूरी कनेक्टिविटी बनी रहेगी। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द इस एक्सप्रेसवे का औपचारिक उद्घाटन करेंगे, जबकि दिसंबर तक यह पूरी तरह चालू हो जाएगा।
देहरादून-दिल्ली एक्सप्रेसवे से ढाई घंटे में तय होगा सफर
देहरादून-दिल्ली एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है और इसके उद्घाटन की तारीख जल्द घोषित की जाएगी। NHAI प्रोजेक्ट डायरेक्टर पंकज मौर्य के अनुसार आशारोड़ी से गणेशपुर तक का काम पूरी तरह समाप्त हो गया है, जबकि डाटकाली मंदिर कनेक्शन 90 प्रतिशत तैयार है। करीब 13,000 करोड़ की लागत से बना यह एक्सप्रेसवे दिल्ली से देहरादून की दूरी को 250 किलोमीटर से घटाकर 210 किलोमीटर कर देगा। छोटे वाहनों को 100 किमी प्रति घंटा और भारी वाहनों को 80 किमी प्रति घंटा की गति से चलने की अनुमति मिलेगी। यह मार्ग उत्तराखंड और दिल्ली के बीच आर्थिक, धार्मिक और पर्यटन गतिविधियों को नई दिशा देगा। एक्सप्रेसवे का लगभग 12 किलोमीटर हिस्सा जंगल से होकर गुजरेगा, जिसमें एशिया का सबसे लंबा वाइल्डलाइफ कॉरिडोर बनाया गया है ताकि वाहनों के ऊपर चलते समय नीचे हाथियों और अन्य जंगली जानवरों की स्वतंत्र आवाजाही बनी रहे। इस परियोजना से न केवल यात्रा समय ढाई घंटे तक सिमट जाएगा बल्कि यात्रियों को प्रकृति के अद्भुत नजारों का अनुभव भी मिलेगा।
लेखक- शुभम तिवारी (HNN24X7)
