उत्तराखंड में धामी सरकार आए दिन कोई न कोई अहम फैसलों पर निर्देश जारी करती है, जिससे राज्य और राज्य की आभा को चहुमुखी ख्याती प्रदान करती है। बीते गुरुवार को CM धामी की अध्यक्षता में हुई उत्तराखंड निवेश और आधारिक संरचना विकास बोर्ड के अधिकारियों की बैठक में मुख्यमंत्री धामी ने राज्य के विकास और आय के स्त्रोतों को नए आयाम देने के लिए राज्य के चार नए क्षेत्रों को चिह्नित किया है ताकि नए उद्योगो को वहां स्थापित किया जा सके। इन चार क्षेत्रों में नैनीताल का पटवाडागर, देहरादून के चकराता में नगाऊ और टिहरी गढ़वाल में धनोल्टी व मागरा शामिल हैं जिनके लिए सरकार ने कुल 106 एकड़ जमीन फिलहाल चिह्नित करी है। यह सभी क्षेत्रों को प्रदेश सरकार द्वारा वैश्विक निवेशक सम्मेलन में प्राप्त प्रस्तावों को धरातल पर उतारने के लिए चिह्नित किया गया है।
साकार होंगे वैश्विक निवेशक सम्मेलन के प्रस्ताव
गत वर्षों पहले उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में आयोजित हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन के दौरान काफी निवेशकों ने विभिन्न क्षेत्रों में निवेश में रुचि दिखाई थी, जिसके चलते सेवा क्षेत्र में निवेश करने वाले निवेशकों द्वारा प्रदेश सरकार को पर्वतीय क्षेत्रों में भूमि उपलब्ध कराने का सुझाव दिया था। अत: प्रदेश सरकार ने राज्य में परामर्श पर विचार करते हुए उत्तराखंड निवेश और आधारिक संरचना विकास बोर्ड को निर्देश दिए कि उद्योगों के स्थापन के लिए नए क्षेत्रों को चिह्नित करा जाए। अब वे सभी प्रस्तावों को आयाम दिया जाएगा जिन्हें वैश्विक निवेशक सम्मेलन के दौरान प्रदेश सरकार के समक्ष प्रस्तावित किया गया था।
होटल्स और रिजॉर्ट्स का गढ़ होंगा टिहरी गढ़वाल
प्रदेश सरकार ने टिहरी और धनोल्टी को होटल्स और रिजॉर्टस का गढ़ बनाने के लिए चुना है, वजह- ऊंचाई। अधिक ऊंचाई पर स्थित होने से ये दोनों क्षेत्र न केवल निवेशकों और सैलानियो को हाइप देते हैं बल्कि ऊंचाई से दिखने वाले मनोरम दृश्य भी इन क्षेत्रों के चुनाव का एक मुख्य कारण है। टिहरी के लिए उत्तराखंड निवेश और आधारिक संरचना विकास बोर्ड ने टिहरी राजकीय उद्यान की 7 एकड़ जमीन इसके लिए चिह्नित करी है और धनोल्टी के लिए 2.5 एकड़ जमीन देखी गई है। इसके साथ ही टिहरी के ही मागरा में राजकीय उद्यान की 74 एकड़ जमीन चिह्नित की गई है।