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धुएं के बादलों में फंसी राजधानी देहरादून, AQI ने मारा सैकड़ा,प्रदूषण का बढ़ा खतरा
राजधानी देहरादून में पर्यटकों की बढ़ती संख्या के कारण सड़कों पर वाहनों का दबाव बढ़ रहा है जिससे वायु प्रदूषण में वृद्धि हो रही है। वाहनों से निकलता धुआं शहर की आबोहवा में जहर घोल रहा है, वहीं राजधानी का AQI स्तर भी 100 के आसपास मंडरा रहा है, वहीं आने वाले दिनों में स्थिति और बिगड़ने की आशंका है।
धुएं के बादलों में फंसी राजधानी देहरादून
उत्तराखंड में यातायात प्रबंधन की सटीक व्यवस्था का ढांचा डगमगाया हुआ है, वहीं प्रदेश की राजधानी में ट्रैफिक जाम और यातायात संचालन भी किसी से छिपा नहीं है। राजधानी देहरादून के प्रमुख मार्गों पर वाहनों की कतारें इस समस्या का जीवन्त उदाहरण है। हाल में ही सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ से उत्तराखंड में मौसम खुशगवार हो गया है, लिहाजा ऐसे में पर्यटकों की भीड़ मसूरी, चंबा और नैनीताल के लिए टूट पड़ी है। आलम यह है कि अब दून और मसूरी में पर्यटकों का रेला बढ़ने लगा है, राजधानी की प्रमुख सड़कें दिनभर वाहनों की कतारों से सजी हुई हैं, ऐसे में वाहनों से निकलने वाले धुंए से हवा की गुणवत्ता भी प्रभावित हो रही है। भारी संख्या में पर्यटकों का किसी स्थान में पंहुचना उस स्थान की भौगोलिक और आर्थिकी के लिए बेशक एक उत्तम गुण हो लेकिन पर्यटकों के आवागन से यातायात पर प्रभाव पड़ता है और यह दबाव क्षेत्र की आबोहवा को भी प्रदूषित करता है जैसा कि वर्तमान स्थिति राजधानी देहरादून की है। देहरादून में AQI नें 100 का आंकड़ा छू लिया है, लिहाजा अनुमान है कि आने वाले दिनों में जल्द इस आंकड़े में इजाफा देखने को मिलेगा। दून की आबोहवा को बिगाड़ने में वाहनों की भी बड़ी भूमिका है, यहां ज्यादातर चौक-चौराहों और मुख्य मार्गों पर अक्सर जाम की स्थिति रहती है।AQI ने मारा सैकड़ा,प्रदूषण का बढ़ा खतरा
उत्तराखंड में बीते दो दिनों से मौसम सुहावना होने से और सप्ताहांत के अवकाश के कारण बड़ी संख्या में पर्यटकों ने दून का रुख किया है, नतीजतन सड़कें वाहनों से पैक हो गईं और धुएं के बादल राजधानी देहरादून के ऊपर मंडराने लगे हैं। वहीं वाहनों के दबाव से देहरादून में वायु प्रदूषण भी बढ़ने लगा है, जिससे अधिकतर लोगों को सांस लेने में तकलीफ भी होता नजर आ रही है। आपको बता दें कि बीते वर्ष IIT-BHU की ओर से राजधानी देहरादून में बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर एक सर्वे किया गया था, जिसमें शहर में वाहनों के दबाव की स्थिति को आंका गया, लिहाजा कई माह तक शहर के विभिन्न चौक-चौराहों व मार्गों पर यातायात दबाव की निगरानी की गई और पाया गया कि प्रिंस चौक की स्थिति सबसे खराब है। वहीं घंटाघर, सहारनपुर चौक, बल्लीवाला चौक, सर्वे चौक पर भी वाहनों का दबाव अधिक रहता है। वहीं बीते एक सप्ताह में दून में हवा की गुणवत्ता औसत 100 से अधिक आंकी गई है, लिहाजा अनुमान है कि आने वाले दिनों में जल्द इस आंकड़े में इजाफा देखने को मिलेगा।लेखक- शुभम तिवारी (HNN24X7)